ना दान से ना यज्ञों से...
ना भक्त्ति से ना ग्रंथो से।
मिले है सारस जीवन का...
सब त्याग कर उसमे रमने से।।-
ख्वाबों में हंस रहा है.,
सच और झूठ का फर्क कहीं मिट गया है
क्या होगा जब कहानी ख़तम हो जाएगी।
ख्वाब टूट जाएगा,
कभी रोता कभी हस्ता हुआ चेहरा सामने आएगा।-
ख्वाब कुछ अधूरा कुछ पूरा सा लगता है...
मंजिल कुछ दूर कुछ पास सा लगता है...
ख़ुशियाँ कुछ सच्ची कुछ भरम सी लगती है...-
ख्वाबों का बहुत सुंदर है,
आशियाना!
मंजिल है, बहुत दूर ,
हमे कोशिश करते जाना।-
है इन नन्ही.आखो मे ,
सपने बहुत बडे।
है इन.नन्हे पंखो से,
उडना हमे।।-
पंख तो दिये ,
पर आजादी नहीं।
क्यों किया पिंजरे.से आजाद,
जब उडने की इजाज्त नही।।-
उनको हीरे मिल गये,
जिनको हीरे की चाहत थी,
और वो खुद हीरे बन गये,
जिन्हें महादेव की चाहत थी।🙏
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खामोशी 🤐 सवालों का अंत नहीं,
सवालो का आरंभ हैं।
अकेलेपन में सवालो का जबाव नहीं मिलता,
सवाल में और सवालो का जन्म हैं।।🙂-
है इस सफर का आरंभ,
आये चाहे जितनी भी मुश्किलें ,
न रुकना हैं, न थमना हैं,
करनी है पूरी अपनी तलाश,
बनाना है अपनी नयी पहचान।🤠-