उदय और अस्त होना तो दुनिया सूरज को देखकर भी सीख जाती है
सीखना है तो सितारों की तरह चमकना सीखो
की गिनती भूल जाओ पर तुम नहीं-
थक हार कर ना बैठ यूं
तू जीतने की जिद ठान के देख
हारने के गम को छोड़
तू उम्मीद का दामन थाम के देख
तेरी खुदगर्जिया तेरी मनमानियां
सब रख एक और तू
गुमान से खुद के तू माप के देख
थक हर का ना बैठ यूं
तू जीतने की जिद ठान के देख
ये वक्त तेरा है
इसे एक पल को बदल के तो देख
तू जिद ठान के तो देख-
कीमत है उसकी जो तपता रहता है
रोशन जहान को करने को
सूरज भी जलता रहता है।
-
मनाही भली है दिलासा बनाने से
अक्सर कोशिशें मार खा जाती हैं
उम्मीदें लगाने से।
-
संजोते थे कभी जिन शब्दों को
नन्ही नन्ही क्यारी में
अब खो रहे है,
हम खामोश हो रहे है
हर लम्हा जो याद बनकर
नया रूप संजोता था
अब खो रहा है,
बीते दिन की याद बनकर
आज दबदबा है जिम्मेदारी का
या हम भी खो रहे है
लोगो के दिल से हटकर-
Mai har ke bhi na harunga
Mere baba ka Sahara hai
Jee rha hu jab tk
Jeetunga har lamhe se
Mera dil ye kehta hai-
अगर कभी ऐसा हो
मैं तुझे भूल जाऊ
दूर न होना मुझसे
गर तेरे दिन जो खास है, भूल जाऊ
नाराज ना होना मुझसे
शायद दूरी फिर खत्म न हो सकेगी
जो साथ तू नही
शायद बिखर जाऊं पल में
मगर फिर सम्हाले न जिंदगी सम्हाल सकेगी
तू है तो है जिंदगी
बिन तेरे न मोल कोई
अगर साथ दे दे तब तू
शायद फिर से मैं मैं बन जाऊं
-
कई आस उमंगे होंगी दिल में
ना कोई सहारा होगा
बस तुम होगे और तुम्हारा किनारा होगा
दुनिया से हर जगह ठोकरे मिलेंगी
तब जाकर कही नाम तुम्हारा होगा
उम्मीदों के धागों को तू पिरोता यूंही चल
मंजिल भी मिलेगी और
हर किसी का सहारा भी होगा-
कुछ न करना भी एक कला है
जो इसमें माहिर है वो वेला है
सच है दुनिया को विश्वास है
कुछ कर गुजरने वालों में
जीना सीखना है तो कभी मिलो उनसे
जिनकी जिंदगी ही खुद में खिलना है
कुछ इसे ही ऊपर उठ जाते है
तो कुछ इसे भी है जो हरपल उनके जैसे होना चाहते है-
मुस्कान एक रखकर चेहरे पर
दर्द सीने में दबा गए
आंखें नम थी
पसीना बताकर चुप रह गए
अब तक का था साथ बस
अब हमसफर के संग हो गए-