मेरी बंदगी में तेरी यादों का लम्हा है गुज़रा,,
तू मुझमें अब से नहीं बरसों से है ठहरा!! !!-
मै हूँ दीवानी ये मेरे प्यार का है नज़राना..!!
सुन!!आवाज़, अज़ान की ब-वज़ू हूँ खड़ी,,
निय़त ही की नमाज़ की उनकी याद में आँखें है रो पड़ी..
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उनके दर्द को ख़ुद में समाते देखा है
हाँ मैनें सज़दे में उनके आसुँओ को ख़ुद की आँखों से बहते देखा है,
हाँ दुआ में अपने हाथों को उनके हक़ में उठते देखा है,
कभी मुसल्ले पे ख़ुद को सोते तो कभी उनको ख़ुद में रोते देखा है,,
हाँ मैनें दुवाओं में ख़ुद के अल्फ़ाज़ों को उनके ज़ज़्बातों में ढलते देखा है,,
हाँ जो कभी ताख़ीर की नमाज़ो को अदा करने में तो
ख़ुद को उनसे बिछड़ते देखा है,,
जो वक़्त-ए-पाबन्द अदा हुई नमाज़ तो ख़ुद में उनको मुस्कुराते देखा है,,
हाँ मैनें उनके दर्द को ख़ुद में समाते और ख़ुद में उनको पोशीदा होते देखा है..!!-
😘अब्बू😘
बुढ़ा हो रहा शज़र,,
पत्ते ना सही परिन्दें का साथ हैं!!
किसी को दे रहा छाव ना सही,,
पर किसी की तो बढ़ा रहा आस है!!-
मुझे इन्तेज़ार है उस विसाल का जिसका आगाज़
तो हो बशर्ते इख़्तिताम ना-मुमकिन हो..!!-
उनके कांन्धे पर रखा है सर जब से,,
सज़दे में ही झुका है मेरा सर तब से..💕💕-
{💐سالگرہ مبارک اکاش ج 💐}
फ़लक़ पे जितने सितारें हैं यकीनन आज ख़ुदा ने ज़मीं पे उतारें हैं,,
रहे ना अंधकार ज़रा भी उनकी बज़्म में सितारे ही क्या फ़लक़ से चाँद भी ज़मीं पे पधारे हैं!!-
{💐سالگرہ 🎂 مبارک ہو اکاش ج💐}
एक मन्नत पूरी होने के बाद कोई और मन्नत का धागा बांधा ही नहीं!!
एक उसके आने के बाद ज़िन्दगी में किसी से कोई रिश्ता जोड़ा ही नहीं!!-
🌹मोहब्बत🌹
मोहब्बत इबादत है और
इबादत में गिले-शिकवे नहीं
सब्र शुक्र और रब के रहम-ओ-क़रम
का मुन्तज़िर!!!!-
And you are
the words of my book,,
and you are the completed
realty of my life book....-