P R A B H A ✨   (TEN🖊️)
191 Followers · 29 Following

read more
Joined 5 September 2020


read more
Joined 5 September 2020
10 JUN 2022 AT 1:50

दुनियां में लोगों की इतनी भीड़ बढ़ गई है,
कि अकेले चैन से रोने के लिए भी कोई जगह नहीं बची!

-


10 JUN 2022 AT 1:46

तुम मुझमें ठीक उसी तरह बसे हुए हो,
जैसे ये शहर बनारस!

-


29 MAY 2022 AT 23:15

जब होते हैं,
तब सभी होते हैं...

और,

जब नहीं होते,
तब सच में कोई नहीं होता है..

-


13 MAY 2022 AT 0:25

हम बचते हैं
कुछ चीज़ों को
करने से...

क्योंकि,

हम फ़िर से
वही ग़लती
नहीं करना चाहते!

-


18 APR 2022 AT 0:52

क़रीब ही हूं, पर फ़िर भी तेरी कमी महसूस होने लगी है,
या तो रूठ गया है तू, या मेरी ही नज़र कहीं और होने लगी है!

-


23 JAN 2022 AT 21:51

||| बनारस , इश्क़ और तुम |||


मैं जब भी कुछ लिखने
का सोचती हूँ,
तो सबसे पहला ख़याल मेरे ज़हन में
“बनारस” का आता है!
और बनारस
यानि कि “इश्क़”,
और इश्क़ मतलब “तुम”....
लिखना तो मैं बहुत कुछ चाहती हूँ,
पर हर बार मैं सिर्फ़
तुम्हें लिख जाती हूँ,

हाँ, हर बार मैं सिर्फ़
“बनारस” ही लिख पाती हूँ...

-


10 JAN 2022 AT 11:18

काशी जितना सुकूँ भरा होगा , तुम्हारा मेरे साथ होना....
और जन्नत जैसा होगा , तुम्हारा काशी में मेरे साथ होना!

-


9 JAN 2022 AT 0:47

सिरफिरा तो नहीं,
हां कह दूँ मैं उसको चंचल,
चंदन के जैसे शीतल,
हृदय से एकदम निश्छल!

-


6 JAN 2022 AT 22:01

Sometimes,
we all says,
“ IT'S OKAY...” and give them a pretty smiley face...

But Actually,
we all knows that,
when it's hard, then it's really hard...

-


17 DEC 2021 AT 21:38

कितना मुश्किल होता होगा ना , उसका... उससे दूर रहना...
बस ख़्वाबों में ही बातें करना , उसे छूना...महसूस करना...

-


Fetching P R A B H A ✨ Quotes