ज़िंदगी में एक ऐसा दोस्त ज़रुर होना चाहिए,
जिससे आप जब चाहें कॉल कर सकें,
मैसेज कर सकें, सलाह-मशवरा ले सकें,
सुख-दुःख बाँट सकें, डांट सकें, लड़ सकें,
कंधे पर सिर रख कर रो सकें, खुलकर हँस सकें,
घूम सकें, जब चाहें मिल सकें, बेझिझक होकर
निःसंकोच सब कुछ उसे बता सकें
बिना इस बात की परवाह किये
कि सामने वाला व्यक्ति क्या सोचेगा...?
अगर ऐसा दोस्त आपके पास है तो
वाकई आप दुनिया के सबसे खुशनसीब इंसान हैं..😊
हो सके तो किसी के अच्छे दोस्त बनिए,
किसी को सुनने का प्रयास करिए,
क्योंकि अधिकांश लोग अकेलेपन के
अवसाद से ग्रसित हैं,
आये दिन आत्महत्याएँ होती हैं,
कभी सोचा है क्यों??
क्योंकि इनके पास सुनाने वाले तो बहुत हैं
पर सुनने वाला कोई नहीं....-
मुश्किलों से अपना परिचय तो कर..
मुश्किलों से निकलेगा विजय होकर....-
"To live in fear means to live to death"
इंसान के अन्दर क़भी भी "fear" नहीं होना चाहिए..
अग़र mistake हुई हैं,तो उसको accept करों औऱ आगें बढ़ो..
पकड़ के नहीं बैठना हैं,कि mistake हो गई अब क़ुछ कर नहीं रहें हैं,
Mistake करों लेक़िन सीखतें हुए उन्हें दोहराओ नहीं.....
औऱ mistake की ही नहीं..
तो "fear" किस चीज़ का..?
"believe in yourself you can do anything"-
हर सुबह,
एक नई पहल कर,
जाग! ज़िंदगी से थोड़ा और लड़,
सपनों के लिए, भागना होगा,
रौशनी होने से पहले, जागना होगा....-
खेल तो चलता ही रहेगा,
सवाल यही है कि
जीवन तुमसे खेल रहा है
या तुम जीवन से!-
वो एक शख्स
जिसके होने से आपको किसी का डर न हो
न क़ुछ पाने का न क़ुछ खोने का
भले ही वो खुद के लिये क़ुछ न हो लेकिन
वो आपके लिये किसी क़ायनात से कम नहीं है-
जिनके साथ होने का मुझें नाज था
हमने उनके साथ बदलते देखे है
और हालात बदलते ही लोगो के
अंदाज बदलते देखे है-
आप चाहकर भी सबकी सोंच को नहीं बदल सकते
पर ख़ुद को बदल सकते हैं
बातें बड़ी न करके अपनी सोंच को बड़ा करे
मौन रहे और मुस्कुराते रहे-
न किसी से कोई शिकायत
न किसी से कोई अनबन हैं
बस अब सबको साथ लेके चलने का मन हैं-
वो मत करो जो लोग तुमसे करवाना चाहते हैं
वो करो जो तुम करना चाहते हो-