मुझे अगर समझ पाओ तो
मुझसे बेहतर दोस्त नही मिलेगा
Opendra— % &-
बिखर चुकी,है तू ,jindagi,,मैं janta hu,,,, थोडा,yaqeen,,,to kr ,,,समेट,,luga,,,tuche,,,,,,,,,,,❤!!
Opendra-
Jiske Liye tum Zaroori Ho,
Use Koi Bhi Wajah Tumse Dur Nhi Kar Sakti opendra-
जिसको दिन-रात देखते थे हम
उसने इक बार भी नहीं देखा
इश्क़ इतने जतन से करते रहे
हमने इतवार भी नही देखा..!
Opendra-
पहली मोहब्बत में दिल जिसे चुनता है,
वो अपना हो न हो लेकिन दिल उसी को चुनता है।
Opendra-
पर मुझे तेरा साथ जिंदगी भर नही चाहिए
बल्कि जब तक तू साथ है तब तक जिंदगी चाहिए।
Opendra-
घर में सबसे बड़े थे
इसलिए
घर से दूर रहना सीख लिया हमने
जिम्मेदारी ज्यादा थी हम पर
इसलिए
बचपन जल्दी छोड़ दिया हमने।
Opendra-
बिछड़ के तुझ से रही खुद से भी पहचान नहीं,
तेरी आदत की सज़ा जीना भी आसान नहीं..!
Opendra-
मेरे लवो को छु कर यूँ बहकाया ना करो,
मेरे सपनो में आकर इश्क महकाया ना करो।
तू बन जा मेरी इस कदर चाहूँगा तुझे की.
लोग दुआ करेगे की तुझसा नसीब हो हर किसी की।
जब भी हो थोड़ी फुरसत , मन की बात कह दीजिये,
बहुत ख़ामोश रिश्ते , ज़्यादा दिनों तक ज़िंदा नहीं रहते।
तुम्हें जब कभी मिले फ़ुरसतें मेरे दिल से बोझ उतार दो,
मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो…!!
Opendra-