अश्के दर्द की भी
क्या फ़ितरत है ।
आकर भी ये आखों में
कभी नज़र आये हैं-
कभी नज़र नहीं आते ।
एक बार आ गये ,
अगर आखों में ।
तो किसी हाल में भी
ये रुक नहीं पाते ।
बेबाक़
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कैसा होगा कल का
मुस्तकबिल?
🌷 ☝️☝️☝️☝️☝️☝️🌷
किसी नजूमी से
ये न पूछो करो ।
कल से लेकर सबक,
लिखोगे उसको अगर आज ।
यक़ीनन ही कल का आलम ,
बेबाक़ बहतर हो जायेगा।
लेखनी हमने थमा दी है
ख़ुद हमारे हाथों में ।
बेबाक़
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उन गुमराह नादानों पर
मुझको तरस आता है ।
"गर्व से कहो हम हिंदू है"
जिनका ये नारा है ।
भलाई किसी की भी
छिपी नहीं इसमें ।
ये तो सिर्फ वोटों का
राजनीतिक एक सहारा है।
वरना हकीक़त है ये बेबाक़
सड़क पर नंगे भूख बीमार
सोने वालों में गर्वित हिंदूओं कै आकड़े ने,
कई करोड़ों को छुआ है।
जो मुस्लिम ईसाई पारसी से
कई गुना ज्यादा है।
बेबाक़
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IN INDIAN POLITICS
THERE IS NO IDEOLOGY.
THERE ARE ONLY
TWO COMPONENTS.
ONE IS BENEFACTOR
ANOTHER IS BENEFICIARY .
BEBAQ-
"MY DEFINITION "
😎😃😄👎👎😎
I AM A BIG BASKET OF LIES .
HOARDING AND BLACKMAILING
IS MY PROFESSION.
FOR DOING ANY ILLEGAL WORK
I GIVE AND TAKE BRIBE.
I AM GREAT SADISTIC
I ENJOY OTHERS TEARS
WHILE MAKING THEM CRY .
STILL IN THE SOCIETY
I AM A RESPECTABLE GUY.
FOR ME NOTHING IS WRONG
EVERY THING IS RIGHT.
BEBAQ
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"मेरी परिभाषा "
👎👎👎👎👎
झूठ मेरा एसा कि
किसी बर्तन में न समाये।
रूप मेरा एसा जो
किसी को न भाये ।
कर्म मेरे ऐसे कि
शर्म भी शर्मा जाये ।
बेबाक़-
कोई नंगे बदन सड़क पर
भूख का मारा हुआ है ।
पर सबसे ज्यादा इसांन
इसांन के झूठ का
मारा हुआ है ।
बेबाक़-
सभी का नज़रिया
अक्सर जुदा जुदा होता है ।
पर हर नेता का
किसी भी हाल में ।
सिर्फ वोट खुदा होता है
बेबाक़
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खुदा के लिए
नाम न पूछो मेरा ।
बेनाम ही
रहने दो मुझे ।
बताया अगर नाम,
सबालो का सिलसिला
शुरू हो जायेगा।
बेबाक़
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"PLEASURE AND HAPPINESS "
🌷🌷😠😠😠😠😠😠😠🌷🌷
"HAPPINESS "IS NOT SLAVE TO ANY PHYSICAL OBJECTS AS IT ITSELF IS AN OBJECTIVE AND INVISIBLE ABSOLUTE ELEMENT .
UNLIKE THE "PLEASURE" WHICH IS A KIND OF ALLOYS OF UNLIMITED COMBINATIONS OF VARIOUS PHYSICAL ELEMENTS.
BEBAQ-