Om Prakash Dhruv  
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Joined 1 February 2018


Joined 1 February 2018
9 JAN AT 22:55

शिकायत तुम करती हो, लड़ती तुम रहती हो।
प्यारी तुम इतनी हो , चुप रहकर भी कहती हो।
कैसे कहूँ तुमको मैं, मुझमें तुम रहती हो।
साँसों की धड़कन हो, आंखों की तड़पन हो।
पलकों सी आदत हो, अश्क़ों सी चाहत हो।
मेरा तुम दरपन हो, बुढ़ापे का बचपन हो।
तुमसे ही पल-पल है, तुमसे ही हर पल है।
तेरे ही होने से , नस-नस में हल चल है।
लफ़्ज़ों का खज़ाना हो, किस्सों का तराना हो।
मानो या ना मानो तुम, मेरे जीने का बहाना हो।

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9 SEP 2024 AT 1:17

लाडो बेटा ! तोर बिना घर ,
घर नई लगय
तोर बिना कहीं,
मन नई लगय।
तोर बदमाशी, तोर शैतानी,
के रंग बिना
दीवार नई सजय,
तोर छुनुर -छुनुर पैरीं पावं ,
के धुन बिना ,
गीत नई बनय।
काम-धाम के भागा दौड़ी मा,
दिन ह तो कट जाते,
रात नई कटय।
खा तो लेथों भर पेट खाना,
पर तोर संग खेले बिना,
भात नई पचय।
संझा के बेरा ले,
गेट ला देखत रइथे ,
पापा ला देखे बर,
टुकटुकी भरी नज़र के वो,
मुस्कान नई मिलय,
कतको करवं आराम
बिहिनिया उठके
तोला देखे बिना,
थकान नई मिटय,
जल्दी आ जा ना बेटू घर,
तोर बिना ये घर ,
घर नई लगय।

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27 JUN 2024 AT 14:48

The way of life,
The day of shine,
My beautiful wife,
You are the mine..
Please don't mind...
Please don't mind...

You are not you,
I'm not me...But,
Your heart is mine
Please don't mind...
Please don't mind...

You think,..
You are the best..
I admit,,...
I am the best,
Yo say,..
You care me ,
But .... I do
I love you,
More than you...
So, For you....
That is the line...
Please don't mind...
Please don't mind...

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27 JUN 2024 AT 14:11

I don't know
How long we would be...
I don't know
How destiny would be..
Don't want any and other.
As long as we live,
we would be together.
we would be together.
The life with you.
With you is the life..
My life My wife.

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5 MAY 2024 AT 23:52

पेट में वेज़ मुँह में नॉनवेज


खाते वेज़ है बोलते नॉनवेज हैं,
वेज़ खाने वाले कहते हैं,
नॉनवेज खाना पाप है,
नॉनवेज बोलना साफ है,
खाते समय बड़ा चुनाव करते हैं,
क्या सेहतमंद क्या नहीं,
कहते समय क्यूँ चुनाव नहीं करते,
क्या अपशब्द है क्या सशब्द,
सादे भोजन से खुद को संत कहलवाते,
बातों से ख़ुद को क्यूँ रोक न पाते,
देखें हैं मैंने कई,
जो ईश्वर के परम् भक्त बताते
रोज़ ईश्वर का गुणगान करते,
जिह्वा से नित जो प्रभु का नाम पुकारे,
फिर वहीं से कैसे कैसे शब्द निकाले,
अगर नॉनवेज खाने से आत्मा अपवित्र होती है,
तो नॉनवेज कहने से आत्मा पवित्र कैसे रहती है।


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26 APR 2024 AT 19:08

दिल में इश्क़ भरा है,
जिसमें हर ज़ख्म हरा है।


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18 DEC 2023 AT 1:11

इतनी प्यारी है मेरी दुनिया,
जब से आई है मेरी बिटिया,
इतना ख़ुशनुमा है घर आँगन,,
जब से आई है मेरी गुड़िया।
तुझे देख कर जागूँ मैं सोऊँ ,
मुस्कान से तेरी सुकूँ मै पाऊँ
मेरे गीत बने, साज बने,
बने तेरी लोरी से,
मेरे जीवन का हरेक पल
सजे तेरी बोली से ।
आरज़ू थी कि...
काश लौट आये वो दिन,
जिसमें गुज़रा था बचपन,
रह गया था जो अधूरा,
तेरे आने से बेटू, हो गया पूरा,
अब और क्या चाहूँ,
क्या माँगू रब से ,
कुछ कहना भी चाहूँ
तो यही निकले लब से,
पा कर तुझे मेरी लाडो,
मैं मेरा नसीब मानता हूँ,
मिले मुझे हर जनम बेटी,
रब से दुआ में यही माँगता हूँ।

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2 NOV 2023 AT 0:24

जिन्हें हम चाँद कहते है
आज वो चाँद को देख,
हमें निहारते हैं,
बाकी दिन इज़्ज़त मिले ना मिले,
आज के दिन बड़े प्यार से ,
हमें पुकारते हैं,
अक़्सर हमसे शिकायत करते नहीं थकते,
कि हमारे लिये प्यार नहीं दिखता,
तुम्हारी आँखों में ,
पर आज...
हम इतने प्यारे लगते हैं
मानो चाँद उतर आया है
हमारी आँखों में ,
ओ.... चाँद... तेरे कई चेहरों में ,
ये चेहरा तेरा प्यारा लगता है,
हो मियाँ-बीवी में कितनी भी दूरी,
आज के दिन तू पास मिला देता है ।

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27 JUN 2023 AT 1:24

केबये सोचून नी रले,
तुचय असन मोके कोनी मिरदे,
आपलो दिल चो जगा मोके संगायेदे,
इतरो मया, इतरो फिकर ,
मोके कांई चो नाई चिंता-फिकर,
बिखरु रली मोचो जीवना
तुय इयून बनलिस मोचो छावना,
फबली तूचो संगे जोड़ी ,
सुंदर होली मोचो घर बाड़ी,
तुके काय बलु आंय आज चो दिन काजे ,
कांई नी आय मोचो लगे बलतो काजे ,
फेर बले इतरो बलूक सकें,
मोचो सांस ने सांस रओ ,
तुचय संग रओ ।

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6 MAY 2023 AT 23:01



खिल जातीं हैं फूलों की बगियाँ ,
जब मुस्काती हैं बेटियाँ,
वो परिवार ख़ुशनसीब होता है,
जहाँ जन्म लेती हैं बेटियाँ ।


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