Om Prakash Anand   (✍ ओमप्रकाश 'आनंद')
134 Followers · 402 Following

Joined 19 December 2016


Joined 19 December 2016
30 SEP 2022 AT 20:39

रूहानी प्रेम

-


25 SEP 2022 AT 5:07

रूहानी प्रेम

-


3 SEP 2022 AT 3:24

इंतकाम:
The Real Revenge

-


31 AUG 2022 AT 21:23

जब रिश्ता नया होता है,
तो लोग बात करने के बहाने ढूंढ़ते है,
और जब वही रिश्ता,
पुराना हो जाता है,
तो लोग दूर होने के बहाने ढूढ़ते है ।

-


31 AUG 2022 AT 11:50

शब्द ही जीवन को
अर्थ दे जाते है,
और,
शब्द ही जीवन में
अनर्थ कर जाते है.

-


31 AUG 2022 AT 11:30

बेजान चीज़ो को बदनाम करने के
तरीके कितने आसान होते हैं।
लोग सुनते हैं छुप~छुप के बातें और
कहते हैं कि दीवारों के भी कान होते हैं !!

-


30 AUG 2022 AT 20:26

जिसको जो कहना है कहने दो अपना क्या जाता है..
ये वक्त-वक्त कि बात है जनाब, वक्त तो सबका आता है…!!

-


27 AUG 2022 AT 21:41

"बारिश तो आज भी होती है, मगर वो बचपन वाली बारिश अब लौट कर नहीं आती है।"

-


27 AUG 2022 AT 21:35

"लगता है ये बादल भी इश्क़ में पड़ गया है, तभी बेवजह बेमौसम बूंदें बरसा रहा है।"

-


14 AUG 2022 AT 22:32

खुशी से संतुष्टि मिलती है,
और संतुष्टि से खुशी मिलती है।
परन्तु फर्क बहुत बड़ा है-
“खुशी” थोड़े समय के लिए
संतुष्टि देती है,
और “संतुष्टि” हमेशा के लिए
खुशी देती है।

-


Fetching Om Prakash Anand Quotes