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ना थके कभी पैर
ना कभी हिम्मत हारी ह... read more
उसकी बातों में, अब वो बात नहीं !
वो ज़माने के संग है....
..मेरे साथ नहीं !!-
हर ढ़लती शाम के साथ एक प्रश्न दिल में उठता है....
ये जो ढली है वो "शाम" थी या "उम्र" ??-
दोस्तों का भी होना जरूरी है ज़िन्दगी में !
टपरी पर चाय पीने महबूब नहीं आया करते !!
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वो "चाँद" कह गया था एक शाम निकलूँगा मैं !
आज भी उसके इंतजार में आसमान तकता रहता हूँ मैं!!
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वो "चाँद" कह गया था एक शाम निकलूँगा मैं !
मैंने उसके इंतजार में कई शामें गुजार दी !!
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कुछ लोग हैरान हैं मेरे सब्र को देख कर !
मैं पलकों तक आये आँसू भी जमीन पर गिरने नहीं देता !!-
हँस के न सही, मुस्कुरा के ही सही,
अपने गमों को छुपाता जा रहा हूँ !
यारो में कुछ इस तरह.......
अपने जीवन की किताब के,
दर्द भरे अध्याय बिताता जा रहा हूँ !!-
समय के साथ 'बीते लम्हों' को गुमनाम ही रहने दो!
दबा हुआ दर्द उभर कर आ जायेगा......
हमें दर्द से आज़ाद ही रहने दो!!-