that person should leave the world and this fake society
And
start thinking about herself/himself-
Tu ek hi to hai, meri zid........ ❤❤
that
whenever I do something for myself, then this world should not come between
Me and my happiness & dreams..........-
तेरे अनकहे अल्फाज़ बहुत़ कुछ़ कहने लगे हैं
कि
तेरे अनकहे अल्फाज़ बहुत़ कुछ़ कहने लगे हैं,,
तू कितना ही अनजान क्यूँ ना बनने की कोशिश कर ले
तेरी हऱ खामोशी को हम अच्छे से समझने लगे हैं.......-
आज नहीं तो कल होगा,,
कर्म करता जा मुसाफिर,
आसानी से जो मिलेगा, वो तेरे कर्मों का फल़ होगा.....-
Wrong is wrong, No matter how much noise it makes, It cannot be right.......
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तलव तेरी कुछ़ इस कदर लगी है, कि तू इस़ दिल़ का सुकून बन गया है,
तलव तेरी कुछ़ इस कदर लगी है, कि तू इस दिल का सुकून बन गया है,,
कर दे खुद को इस कदर मेरे हवाले,
कि
मुझे हर जनम का सुकून इसी पल़ चाहिए...........-
अपने ही दोगले निकल आयें,
तो
बेहतर होता है कि,
गैरों से ही रिश्तें निभाये जायें
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कि
मन की गिरह खोल दो
रिश्तों को कुछ मोल दो,
क्या जगह है रिश्तों की तुम्हारी ज़िंदगी में,
ये बे-झिझक उनसे बोल दो,,
रिश्तों को कुछ मोल दो,
कि रिश्तों को कुछ मोल दो..........-