तेरे साए में यूंही एक जिंदगानी चहिएपास रहूंगी मैं बस एक कहानी चहिए -
तेरे साए में यूंही एक जिंदगानी चहिएपास रहूंगी मैं बस एक कहानी चहिए
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कुछ बातें अनकही रहने दी हैं मैंनेकुछ रातें अनछुई रहने दी हैं मैंनेवो साथ है सफ़र में इस बात का सुकून हैसफ़र को कहानी कहने दी हैं मैंने -
कुछ बातें अनकही रहने दी हैं मैंनेकुछ रातें अनछुई रहने दी हैं मैंनेवो साथ है सफ़र में इस बात का सुकून हैसफ़र को कहानी कहने दी हैं मैंने
वो मेरे आगोश में आकर सोया कुछ इस तरहसदियों की नींद बाकी हो जिस तरह -
वो मेरे आगोश में आकर सोया कुछ इस तरहसदियों की नींद बाकी हो जिस तरह
आहिस्ता से दस्तक दी है उसने दिल के दरवाजे परशायद आ रहा है जिंदगी में शामिल होने -
आहिस्ता से दस्तक दी है उसने दिल के दरवाजे परशायद आ रहा है जिंदगी में शामिल होने
करनी नही आती तुम्हें पर मोहब्बत भी करते हो,पाना भी नही चाहते और खोने से भी डरते हो -
करनी नही आती तुम्हें पर मोहब्बत भी करते हो,पाना भी नही चाहते और खोने से भी डरते हो
ख्वाहिश है कि वो आकर लिपटे इस तरहसागर में नदियां मिलती हैं जिस तरह -
ख्वाहिश है कि वो आकर लिपटे इस तरहसागर में नदियां मिलती हैं जिस तरह
मेरी चाहत तो उससे धनियां मंगवाने तक की थीवो कमबख्त एक गुलाब तक नहीं पहुंचा -
मेरी चाहत तो उससे धनियां मंगवाने तक की थीवो कमबख्त एक गुलाब तक नहीं पहुंचा
हंसती हुईं महफिलों में वो हर बार आ जाते हैंमुश्किल वक्त में हम खुदको अकेला ही पाते है -
हंसती हुईं महफिलों में वो हर बार आ जाते हैंमुश्किल वक्त में हम खुदको अकेला ही पाते है
वीरान पड़ी इन गालियों को अब भी किसी का इंतजार हैंकोने में पड़ा गुलदान, गुलदस्ते जितना ख़ास हैंहोगा फिर से ये आसमा नीला –गुलाबी सामुझे तो बस अपनी इस सोच पर बड़ा ही नाज़ हैवीरान पड़ी इन गलियों को शायद अब भी किसी का इंतजार हैं -
वीरान पड़ी इन गालियों को अब भी किसी का इंतजार हैंकोने में पड़ा गुलदान, गुलदस्ते जितना ख़ास हैंहोगा फिर से ये आसमा नीला –गुलाबी सामुझे तो बस अपनी इस सोच पर बड़ा ही नाज़ हैवीरान पड़ी इन गलियों को शायद अब भी किसी का इंतजार हैं
परिंदों की पहचान नहीं हैं मुझे पेड़ों पर घर अब भी बसाना हैंपतझड़ अभी खत्म नहीं हुआ शायदअभी तो मुझे बहुत आगे जाना हैं -
परिंदों की पहचान नहीं हैं मुझे पेड़ों पर घर अब भी बसाना हैंपतझड़ अभी खत्म नहीं हुआ शायदअभी तो मुझे बहुत आगे जाना हैं