पत्थर की जज्बात नही समझती है,
दिल मे छुपी जो बात है, वो नहीं समझती है,
चाँद तन्हा है तारो के बारात में भी,
और ये दर्द चाँद का ज़ालिम रात नहीं समझती हैं।
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✨🦚
"मधुराधिपतेरखिलं मधुरम्!!"📿
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✨- Me, being me 🤍🧿🌸
#Spritual✨
#NYC... read more
तुम कहते हो कि तुम मुझे
छोड़ के कहीं नहीं जाओगे,
और दूसरी तरफ तुम खुद ही
मुझे खुद से दूर कर देते हो।-
यहां कभी कोई किसी का अपना नही होता
वो कहते है न -
"जो साथ है वो तेरा
बाकी सब मोह का फेरा"-
अब ना रहीं उसे किसी प्यार की आशा
अब बस चुप रहना ही उसकी रोज़ की भाषा
हांँ कभी हंस लेती है वो, लेकिन बातों से ज्यादा दर्द पे
सच पूछो तो अब वो खुद है, खुश है, ना कोई निराशा
लगता तों है, बहुत हुआ, मानो तो वो सब कुछ जानती है
और अब रहती है उन लोगों के साथ जिसको सिर्फ वो पहचानतीं है-
ही अब अपना सा लगता है,
और लोगों से दूर रहने में ही
अच्छा रहता हैं।।-
Tujhse kya shikayat karun
Aaye Zindagi jab yaha
apne hi mere khilaaf hai...-
क्यों ना हो हमारे पास
अगर हम किसी को ख़ुश
नहीं कर सकते तो सबकुछ
व्यर्थ है ज़िन्दगी में ....
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जो अपने सपनों की उड़ान
भरने के लिए और
अपने लक्ष्य को पाने के लिए
अपने डर को पीछे छोड़ देते हैं।।
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