सपनों में अपनों का तो बाज़ार लगता है....।
बहुत ताज़गी महसूस होती है..
जब नए साल के पहले दिन का दीदार होता है...।।
"नए वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं"-
मोहब्बत की धड़कनो को कभी-कभी कुछ लाइनों में बयां कर द... read more
ज़िंदगी में ईमान से बढ़कर कोई क़यादत नहीं..।
मां बाप से बढ़कर किसी की इज़ाजत नहीं...।।
और ख़रीद सके जो मेरे ईमान को...
दुनिया में एसी कोई शख्सियत ही नहीं...।।-
खुदा का बनाया हुआ हर चेहरा किसी से कम नहीं होता...।
शक्ल का घमंड वही लोग करते हैं.....
जिनके पास थोड़ा सा भी अक्ल नहीं होता...।।-
मैं इत्र से महकूं ये आरज़ू नहीं है...।
तमन्ना है मेरे किरदार से खुशबू आए...।।
मिले कई बार जन्म ऐसी कोई हश़रत नहीं है...।
चाहत तो बस ये है कि.....
हर जन्म में गुरू के रूप में सर आप आयें...।।
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इश्क़-की राहों में न जाने ये कैसा ज़महूर है..।
इश्क़ हमने भी किया है मगर वो हमसे बहुत दूर है..।।
मेरे दोस्तों ने पूछा कि कितनी बार मिले हो उनसे..।
मैंने मुस्कुराते हुए कहा कि मेरे दोस्त..
मिलने की तो दूर अभी तो पास से देखा तक नहीं है..।।-
बाग़ो में फूल बहुत खिले मगर सब-के-सब मुरझा गए..।।
कैसे शुक्रिया अदा करूं उनका,
जो धड़कनों में रहकर तन्हाइयों का आलम सजा गए..।।-
ये ज़ख़्मे-ए दिल लिए फिरता हूं तेरी फ़िराक़ में..।
अंधेरा बहुत है इन तन्हाइयों के सफ़र में,
पर क्या करें इतनी-सी रोशनी कहां है..
आजकल के इन चिराग़ में...।।-
जब खुदा ने लिखी है मेरी तक़दीर इन तनहाईयों में,
तो महिफ़लो की क्या ज़रूरत है....।
तुम्हें जाना है तो जाओ ना,
इन बहानों की क्या ज़रूरत है....।।-
कौन कहता है कि मैं अकेला रहता हूं.....
जनाब उसकी यादें कभी साथ नहीं छोड़ती....।।-
بھوت سے احکام دیکھے ہمنے زندگی کے خوابوں میں۔
کچھ خواب سچ بھی ہی گئے کسی کے جذبات میں۔۔-