तेरे कंधे पर सिर रख कर रोना क़बूल था
पर तेरी जुदाई के ग़म में आंसू बहाना मंजूर नहीं।
जिंदगी जीने का ख़्वाब तो सिर्फ तेरे साथ सजाकर रखा था
तेरे बिना इस जिंदगी से कोई लगाव नहीं।
वक्त अच्छा हो या बुरा वो तो बदलता ही रहता हैं
उसे रोकने की काबिलियत मुझमें नहीं।
आखरी सांस तक उसका इंतजार करने के लिए तैयार हूं
क्योंकि उसके अलावा मेरा कोई अस्तित्व नहीं।
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