इक रोज़ मुक्कमल होगी रे बन्दे,और तेरी हर नाकाम कोशिश , क़ामयाबी से जा मिलेगी इक रोज।पत्थर ,फूल पानी सब होंगे गवाह इसके ,जब इक रोज मंज़िल तुझसे आ गले मिलेगी। -
इक रोज़ मुक्कमल होगी रे बन्दे,और तेरी हर नाकाम कोशिश , क़ामयाबी से जा मिलेगी इक रोज।पत्थर ,फूल पानी सब होंगे गवाह इसके ,जब इक रोज मंज़िल तुझसे आ गले मिलेगी।
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सी जरूरी अब उसकी हर बात लगती है।एक ज़रूरी बात सीउसके साथ बीती अब हर शाम लगती है।एक जरुरी बात जो हर बार अधूरी लगती। -
सी जरूरी अब उसकी हर बात लगती है।एक ज़रूरी बात सीउसके साथ बीती अब हर शाम लगती है।एक जरुरी बात जो हर बार अधूरी लगती।
Because helping to people is the first condition of being human. -
Because helping to people is the first condition of being human.
के मुज़रिम कहीं न कहीं हम भी थे , वरना मजाल है ,की फैसला हमारे हक़ में ना होता। -
के मुज़रिम कहीं न कहीं हम भी थे , वरना मजाल है ,की फैसला हमारे हक़ में ना होता।
Tum hai sahara ho humari flop hoti zindgi ka . -
Tum hai sahara ho humari flop hoti zindgi ka .
यही सोच थक कर ठहर जाते हैं ,कई पूरे होते होते अधूरे रिश्ते। -
यही सोच थक कर ठहर जाते हैं ,कई पूरे होते होते अधूरे रिश्ते।
अक़्सर ख्वाबों के शहर में।इंसानियत सो जाती है ,अक्सर अमीरों के शहर में। -
अक़्सर ख्वाबों के शहर में।इंसानियत सो जाती है ,अक्सर अमीरों के शहर में।
शाम का रात से मिलना। -
शाम का रात से मिलना।
कि सही समय कब आएगा । ये तो बस तुम्हीं से आएगा और तुम संग ही जायेगा। -
कि सही समय कब आएगा । ये तो बस तुम्हीं से आएगा और तुम संग ही जायेगा।
शायद उन्हें अपना बदलना समझ आ जाए। -
शायद उन्हें अपना बदलना समझ आ जाए।