तुम्हारे जीवन का सारा अँधेरा दूर हो
आज
एक दीपक तुम्हारे नाम का जलाऊँगा-
तुम्हारे जीवन का सारा अँधेरा दूर हो
आज
एक दीपक तुम्हारे नाम का जलाऊँगा-
ये तो बस हम ही जानते हैं उम्र कैसे गुज़ारी है
बगैर तेरे गुज़रता लम्हा आख़िर कितना भारी है-
मुस्कान को तभी रोको, जब वह किसी को, पीड़ा पहुंचा रहे हो..अन्यथा सदैव खिलखिलाकर हंसते रहो...ईश्वर आपको सदैव हंसी के पल दें।
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वक्त, ख्वाहिशें और सपने..हाथ में बंधी घङी की तरह होते हैं..जिसे हम उतार कर रख भी दें तो भी उनका चलना रुकता नहीं..।।
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चुरा लेना खूबसूरत लम्हें जिंदगी से
वर्ना जिम्मेदारीयां फुर्सत नहीं देती.-
पुरुष सिर्फ उसी स्री के समक्ष हार जाता हैं.
जिससे वो निस्वार्थ प्रेम करता है !
संसार में सब चीजों का मोलभाव
नहीं किया जा सकता,
कुछ वास्तव में अनमोल होते हैं,
जिन्हें पाना अपने भाग्य पर निर्भर करता है...
मेरे लिए जैसे कि तुम...❤️-
मौत पर मेरी उनके अश्क़ न बहाए जाये,
जो मिल न सके जीते'जी;
उन्हें मेरी मौत पर न रुलाया जाये...-
इतना मत बोलिये कि लोग चुप होने का इंतजार करे बल्कि इतना बोलकर चुप हो जाइये कि लोग दोबारा बोलने का इंतजार करें ।।
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संतुलित दिमाग जैसी कोई सादगी नहीं है, संतोष जैसा कोई सुख नहीं है, लोभ जैसी कोई बीमारी नहीं है, और दया जैसा कोई पुण्य नहीं है।।
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