Nitisha "वसंत "  
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Joined 11 December 2021


Joined 11 December 2021
26 APR AT 17:52

मुमकिन होता तो तुझे अपने हक में लिख लेते,
पर किस्मत को तो कुछ और ही मंज़ूर था...
ख़ुदा ने कहा तू मुनासिब नहीं मेरे लिए,
लेकिन मेरी ज़िंदगी तो तू ज़रूर था..

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26 APR AT 14:40

वो हमारे दिल में रहने वाला शख्स,
आजकल हमसे बातें कम करता है...
हमारी छोटी छोटी बातों पर मरने वाला वो,
अब किसी और पर मरता है..

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26 APR AT 12:50

फ़िर 40 दिन से खाली पड़ा बैग अब पुकारने लगा है,
फ़िर धीरे धीरे सामान अब जमने लगा है...
फ़िर वक़्त हाथों से फिसलने लगा है,
फ़िर से जाने की घड़ी करीब आ गई,
फ़िर से जुदाई का आँसू निकलने लगा है..
फ़िर लंबा इंतज़ार करना होगा हमें,
"जल्दी और दुरुस्त"आना ये दिल बोलने लगा है..

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25 APR AT 18:17

तुम्हें इतना दिल से लगा लिया है,
कि तुम्हारे बिना अब कहीं भी दिल नहीं लगता...

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24 APR AT 19:01

वो लम्हें रुलाते है,
जो प्यार के संग बिताते है...
आती हैं बारिश की बूँदे जब,
याद पुरानी दिलाते है..

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23 APR AT 18:13

फ़िर छाई बदलियाँ तेरी यादों की घनघोर,
छाई है उदासी अब चारों ओर...
फ़िर याद आया वो वक़्त मुझे,
जब गूँजता था हर तरफ तेरे ही प्यार का शोर...
अब छा गया है सन्नाटा सा मेरी ज़िंदगी में,
दिल कहता है लौट के आजा यार सिर्फ़ एक बार,
कदम तो बढ़ा ले मेरी ओर....

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नमन 🙏कोटि कोटि नमन आपको हे मेरे भगवान,
सर 🙌पर रखना हाथ हमेशा,
बनाये रखना मान सम्मान...
चरणों 👣में आपके जगह चाहिये,
हे पवनपुत्र हनुमान🙏...

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22 APR AT 15:29

मुझे कहाँ ख़बर है तेरे दिल की,
तेरे दिल की बात तो बस तू जानता है...
ये पागल दिल है मेरा तेरे लिए,
जो तेरी हर इक बात मानता है....

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22 APR AT 11:13

बात बात पर अपनी बात से बदलने वाले,
एक बात बता तेरे मन में आख़िर बात क्या है...
इस तरह से मुकरता है तू अपनी बात से,
तो फिर बताना तेरी औक़ात क्या है...

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21 APR AT 20:16

हमें अच्छा नहीं लगता आपसे यूँ अजनबियों की तरह मिलना,
कितने खास हो आप हमारे लिए..
प्यार कितना करें तो कम है आपसे,
जितना जिये है आपके सहारे जिये...
वो लम्हा बहुत दर्द देता है,
जब सबके सामने परायों से मिलते हो हमसे,
उस वक़्त खून के आँसू हमने पिये..
बस थाम लेना हाथ हमारा छोड़ नहीं देना,
इस पागल को किसी और के लिए...

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