जिंदा लाश हूं , तू मेरी सांस बन जा..
इश्क़ छोड़ , मेरी सुबह की चाय बन जा !-
इतंजार है मुझे जिंदगी के..
आखिरी पन्ने का ,
सुना है अंत में सब ठीक..
हो जाता है !!-
Halki Halki Baarish ho..
Usmein Mulaqaat Humari ho,
Ho haathon mein cup CHAI..
Aurr woh Chai banai Tumhaari Ho !-
चाय के बाद दूसरा रंग तुम्हारा है ,
जो मुझे सॉवला अच्छा लगता है..!!-
जो दिल को छु जाता है..
उसी को अपना कहता हूं..
मै फायदा देखकर रिस्तो की सियासत नहीं करता..!!-
जानां , कुछ तो खाश बात है तुममे..
एक ही मुलाक़ात में इतने करीब कैसे आ गए..
चार पाँच उबाल तो मेरी चाय को भी लग जाते..
मेरे लबों से उतर दिल मे बस जाने में !!-
दोपहर तक बिक गया..
बाजार का हर एक झूठ..
और मैं एक सच लेकर..
शाम तक बैठा रहा..!!-
Meri Zindagi Me..
Itne Aziz Ho Tum..
Subah Ki Pehli Chai Ki Tarah..
Laziz Ho Tum . .!!-
नहीं पसंद मोहब्बत में मिलावट..
अगर वो मेरा है तो ख्वाब भी मेरे देखें ..!!-
लाख मिठास सही तेरे लहज़े में..
पर तेरा औरो से बात करना..
मुझे जहर लगता है . . !!-