हर घड़ी ,अब, तू याद होगा
वक्त मेरा, बर्बाद होगा
जरा सब्र तो, करो मेरी जान
तुमने जो जो किया है सब का हिसाब होगा
दुआ करो कि मैं बदल ना जाऊं
अगर बदल गया तो चेहरा बेनकाब होगा
और तुमने जो किया है याद है ना
घर-घर यह संवाद होगा
और तू दूर जा ही नहीं सकती मुझसे
तू कहीं भी रहे तेरे दिल मेरा ही राज होगा
और अपना ख्याल अच्छे से रखो
हर रात पटाखों का आवाज होगा
-
किसी को मेरा साथ क्या लेना
जिंदगी तुझसे उधार क्या लेना
हमें पता है तुम्हारी मंजिल मौत ही है
इसमें क्या दिन ,रात क्या लेना
किसी दिन बारिश हुई तो फूल खिलेंगे
मासूमों से सौगात क्या लेना
परिंदे आसमान में उड़ ही जाएंगे
उनको धूप और छांव से क्या लेना
अपने हमें समझते नहीं
हमें गैरों से क्या लेना
हम मुसाफिर धूप के हैं
हमें शजर से क्या लेना
याद आए कोई तो चेहरे से मायूसी छंटती नहीं
इसमें खुशी का क्या लेना
अपने हवस में झोंक रही है मासूम बच्चे को
मुझे फिक्र है उस मासूम को इस से क्या लेना
मैं आवाज लगाता रहूंगा हर बार सच्चाई की ओर
तुम्हारे बस में कब तक रहेगा पाप को छुपा लेना
-
छल करके किसी का जिस्म जीतने को
हवस कहते हैं जनाब ,मोहब्बत नहीं
-
ये गम क्या दिल की आदत है, नहीं तो
किसी से कोई शिकायत है, नहीं तो
चेहरे पर मुस्कान जरा भी बाकी नहीं, जी हां
क्या कुछ दिनों-से ये हालत है, नहीं तो
ये जो रोज लुटा देते हो तुम, इज्ज़त अपनी
इसकी कीमत पता है, नहीं तो ?
नीतीश क्या तुम भी कहते हो बेशर्म उसको, नहीं
क्या उसमें जरा सी भी शर्म बाकी है, नहीं तो ?
किसी सूरत पर दिल लगता नहीं, जी हां
क्या कुछ दिनों से ये आदत है, नहीं तो
किसी के बिन, किसी के याद के बिन
जिए जाने की हिम्मत है, नहीं तो
तुम्हारे इस हालात पर है, सबको हैरत
क्या तुमको भी इस पर हैरत है, नहीं तो
ये गम क्या दिल की आदत है, नहीं तो
किसी से कोई शिकायत है, नहीं तो
-
सारी रात बात करने को जगा रहा मैं
और मेरे महबूब की आंख लग गई-
तेरे लिए किसी की जान भी ले सकता हूं
चाहे वह फिर खुद की क्यों ना हो
-
उसे बेवफा ना कहना यारों
मैंने आजमाया खुद को
मैं उसके काबिल ही नहीं
-
मेरा किरदार तो महत्वपूर्ण है, राम
मगर उसकी कहानी में मेरी जगह नहीं
-
आज ना मैं खुद की नजरों से गिर गया हूं
वह मुझे माफ कर भी दे लेकिन मैं खुद को माफ नहीं कर पाऊंगा
😔😔😔😔😔😔😔😔-
मेरी आदतों से है वाकिफ वो
मेरी हर चालाकियां जानता है
मैं खुद को इतना नहीं जानता
जितना वो मुझको जानता है
-