19 APR 2018 AT 21:18

तेरे एहसास है आस पास तो,
खूद को जिंदा सा लगता हूँ...
ईसिलिए हर आते जाते पल में,
सिर्फ तूझे ही देखता हूँ...
देखता हूँ कही तू नजर पड जाए,
तो रूह को सुकून मिले...
तेरी हँसी देखने मिले तो,
ख्वाईशोंकी हर कली खिले...
पर तनाहाईमें भी शोर सा लगे,
शोर धडकनों की आवाज का है...
मेरा गूलिस्ताँ सूना है तेरे बीन,
और तू फूल किसी और बाग का है...

- NiShabd I निशब्द