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हर किसी में नज़र वो ही आने लगा
देख कर दिल उसे मुस्कुराने लगा
दिल दिया था जिसे दिल्लगी के लिए
हौसलें दिल के वो आज़माने लगा
थाम कर हाथ मेरा चला था कभी
गैर को ज़िंदगी में बसाने लगा
इक दफ़ा कर बया गलतियां तू मेरी
क्या वज़ह थी कि तू दूर जाने लगा
रास ना थी जिसे आँख आंसू भरी
ज़ुल्म करके वही अब सताने लगा-
दिल मे बहुत जज्बात है उनको संजोये रखता हुँ
हर दर्द को समझता ह... read more
देर से ही सही मगर
वक़्त हिसाब मांगता है
सफ़लता उसे है मिलती
जो उसके लिये भागता है
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2122 1212 22
जानते हो अगर बता दो ना
इश्क़ के दर्द की दवा दो ना
क्यों छुपाते हो राज़ दिल के तुम
राज़ दिल के सभी जता दो ना
बेजुबां ना रहो, कुछ तो कहो
हो खफ़ा हमसे , सज़ा दो ना
था जिक्र बस उसी का हर एक पल
खैर उस बात को भुला दो ना
फिर सुलग जायेंगे बुझें अरमाँ
इक दफ़ा उनकों हवा दो ना
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हाथ मे अगर आ जाये शराब
तो रास न आये फिर कोई शबाब
इश्क़ की राह में सजे जो ख्वाब
तो जिन्दगी लगे फिर लाजवाब-
कौन शख्स आता है आखिर जहाँ में मरने के लिये
बस कोई साथ ही नहीं मिलता साथ चलने के लिये
जो चाहता है हर एक शख्स के लबों पर हंसी लाना
बस फक़त रह जाते है आंखो मे आंसू बहने के लिये
जब तक न भरे दिल लोग करते हैं यहां दिन भर बातें
भर जाये दिल तो मिलते नहीं कुछ शब्द कहने के लिये
कहने को तो लोगो से भरी पड़ी हैं ये दुनियां "नितेश"
पर मिलता नहीं कोई शख्स बस साथ रहने के लिये-
इश्क़ करके हर कोई परेशां हो गया
दिल का दर्द जैसे आसमाँ हो गया
टूटकर चाहने लगे थे जिस शख्स को
गैर की चाहत में वो बेवफ़ा हो गया
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इश्क़ करके देखा, ठहर कर भी देखा
किया संघर्ष और संवर कर भी देखा
मांगा दुआओं में पर वो शख्स न मिला
उसके लिये कई दफा मर कर भी देखा-
शाम का दामन थाम के
बैठ जाओं कहीं आराम से
पल भर का सुकून है जरुरी
दूर रहो थोड़े दिन काम से-
दीपक के मानिंद ए nit
ज़माने को रोशन कर दो
बन चराग़ किसी अनाथ का
उसका जीवन खुशियों से भर दो-
2122 2122 2122
आंग सा किरदार मेरा जानते हो
फिर दुआओं में हमें क्यों मांगते हो
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