उसने देखा नहीं पलटकर एक बार भी मुझे
उसके इंतज़ार में खड़े, नजरें गड़ाए हुए।
उसको तो याद भी नहीं अब सूरत अपनी ,
जिनको हम है सबसे छुपाए हुए ।
मिलेगा एक रोज तो पुछेंगे उससे ,
कई है सवाल दिल में दबाये हुए ।
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nishu mishra
(nishu mishra ©®✍️)
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Joined 17 November 2018
3 SEP AT 22:58
29 AUG AT 13:02
वापस जाने की ज़िद्द करने लगे हैं वो ।
अपने घर का पता , उन्हें याद है शायद।-
29 AUG AT 7:50
जिंदगी के सफ़र में कभी कभी रूक कर
देख लेना चाहिए की ,किसकी मंज़िल तुम हो
या कौन दूसरी किसी मंजिल की तलाश में है ।-
21 AUG AT 23:32
हम उस गली से गुजरने से पहले आज भी सोचते हैं ।
जब की वो अब उस घर में रहता भी नहीं है ।-
11 AUG AT 0:15
सूरत वहीं है आईने में
पर शख्सियत बदल गयी है ।
लोगों से मिलने जुलने की
तबियत बदल गयी है।
हंस कर टाल देती थी
जो बातें हरदम ।
अब तो ये
आदत बदल गयी है।
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7 AUG AT 11:25
जिंदगी को गले लगाकर देख लीजिए ,
कभी तो अपनाकर देख लीजिए।
कभी गिरकर,कभी संभलकर ,
कभी खुद पर खुद ही फिसलकर देख लीजिए।
हर किसी के होकर करना क्या ,
खुद ही खुद के होकर देख लीजिए।
मुश्किले तमाम आती है जिंदगी में ,
उन सब मुश्किलों से लड़कर देख लीजिए ।
आप हारे या जीते करना क्या है ,
जिंदगी को जिंदगी बनाकर देख लीजिए।
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