बयाँ क्यों नहीं करते..
साथ रहना नहीं चाहते
तो जुदा क्यों नहीं करते..
उम्मीदों को जगाए रखना चाहते
आख़िर उन्हें पूरा क्यों नहीं करते....-
उम्र का मोड़ चाहे कुछ भी हो
बस धड़कनो में नशा जिंदगी
जीने का होना चाहिए...!! — % &-
उलझी उलझी सी हैं
धुंध में बहुत
धुँधली धुँधली सी हैं
ख्वाबों की हकीकत की खोज़ में
बिखरी बिखरी सी हैं...-
तुझे भुलाने की तरकीबें बहुत थी,
मैं ख़ुद को याद होतीं,
तो सब आज़माती....-
मुमकिन नहीं हर आरज़ू पूरी हो,
कुछ ख्वाब, हकीकतों से
बचाकर रखो.....!!-
हर पतंग जानती है
अंत में कचरे में जाना है
लेकिन उससे पहले हमें
आसमान छूकर दिखाना है...!!-
जो मेहनत पर भरोसा करते हैं, जनाब
वो किस्मत की बात कभी नही करते...!!-
हमारी नींद का ये घर भी हमसे छूट जाता है
किसी का ख़्वाब भी रस्ते में आ के छूट जाता है
गिला किस बात का करना मुहब्बत में बिछड़ने का
सफ़र में मील का पत्थर भी पीछे छूट जाता है...!-
साल नया हैं पर
मुझे लोग पुराने ही चाहिए..
दर्द तो कभी कम नहीं होगे
इससे हमदर्द सिर्फ़ वो ही चाहिए...-