Dukho ki Numaish Kya
Bhare Bazaar Lagaana,
Jo Dil Se Apne Hote Hai
Sirf Unko Batana, Yeh
Duniya Badi Ajeeb Hai,
Saath mei Aansu Bahati
Hai, Teri Peeth peche
Tere Halaato ka Mazaak
Banati Hai...-
वक्त ज्यादा दिया तो लोग अक्सर खाली समझ लेते है,
यह बात और है कि जिंदगी में काम के साथ रिश्तों को भी तरजीह (value) देते है।।-
तेरे ख्यालों में शाम ढलती है।
हिज़्र की राते भी अब तो सुकून देती है,
तू नहीं तो तेरी यादें जगा देती है।।-
चूड़ियां काली है नज़र न लग जाए,
तेरी मोहब्बत मेरे चाहत संग सज जाए।।
ज़माना बैरी है मगर हम समझा लेंगे,
चाहत सच्ची हो तो हर चट्टान हिला लेंगे।।-
जज्बातों के समुद्र में क्या तुम लहर हो
या नीर हो जिससे समुद्र समुद्र होता है।।
लहर तो बहुत होती हैं मगर नीर के न होने
पर समुद्र ही नहीं होता है।।-
खुद को भूलना तुम्हे भारी पड़ जाएगा,
तुम जो याद करोगे औरों को भूलकर खुद को,
देखना कोई साथ देने नहीं आएगा। तेरा होना न
होना बेमायने हो जाएगा।।
सबका भुलाना फिर बर्दाश्त होगा मगर तेर खुद को
भुलाना भारी पड़ जाएगा।।-
Dekhna Mujhe Uskii Nazro Mei,
Abhi Baaki Hai Girke Uthna baaki hai,
Bikhre Tukdo ko Uthana Abhi Baaki Hai.....-
Uff! Acha Batao Hum Kithe Haseen
Hai Tumhari Nazro Mein....
Acha Kitna Hum Tumhe Chahte Hain
Tere Masoom se chehre ko Aaine mei
Dekhkar itraate hai....
Usne jabse tujko pa liya shayad bekadri
Ne usko apna liya....
Tu koi khilona nhi bekadri bardasht kare
Tu to Hira hai jo Apni Roshni se Duniya ko Madhosh kare.....-
मेरे अल्फाजों में गर तुझे सुकून नहीं,
तो मेरी खामोशी ही बेहतर है।।
तेरे आगोश में खामोश हो जाऊ,
तो तू ही जाने तेरा खालीपन या मेरा होना बेहतर है।।-