Nishat Usmani   (निशात उस्मानी 🎭)
1.6k Followers · 39 Following

read more
Joined 9 September 2018


read more
Joined 9 September 2018
27 APR 2021 AT 3:53

ये शाम मुहब्बत की सारे तेरे नाम कर दू,
अगर इश्क़ है मुझसे, तो इज़हार भी कर।।

-


4 MAR 2021 AT 22:32

राहों में आंखे चुरा कर गुजर जाना तेरा,
गुज़रे पलों की हर झलक से मुकरना तेरा,
ऐसी भी क्या कश्मकश है तेरी सनम,
मुझसे बेशुमार चाहत होकर भी न जताना तेरा ।।

-


27 FEB 2021 AT 0:15

आज एक बार फिर हार गई मैं,
महबूब, मुहब्बत और खुद से ।।

-


21 FEB 2021 AT 19:05

हम थे चले आजमाने औ' आजमा भी लिया ,अब

मेरी भी तुरबत तो हो मोहब्बत के आले ज़हां में !!

-


20 FEB 2021 AT 11:10

गलतफहमियां, नफरतों का आशियां बना,
शिकायतें इतनी थी, मिजाज़ भी तल्खी रहा !

ए सनम तुम लौटना, कभी शहर-ए-इश्क़ में,
रंजिशे छोड़ कर , ले आना इश्क़ का समा !!

-


11 FEB 2021 AT 21:52

.....

-


25 JAN 2021 AT 14:12

बेइंतेहा मुहब्बत वो भी करे, ज़रूरी तो नहीं !!
इश्क़-ए-व़फा हमने किया,रुसवा भी हम ही हुए।।

-


12 JAN 2021 AT 9:20


शहर को अपना माना ,ये कहाँ मेरा हक़ था?
अपनों ने दिल तोड़ा, इसमें कहाँ कोई शक था !!

-


7 JAN 2021 AT 10:05

है एक ही बस आरज़ू , संग तू रहे यही जुस्तजू,
कहती रहूंँ मैं, तू सुनता रहे, बेबाक सी हो गुफ्तगू ,

शिद्दतों से है चाहा तुझे, हर लम्हा हो हसीन सा,
हो ख्वाब भी हकीक़त कभी, बैठा करो मेरे रूबरू।।

-


31 JUL 2020 AT 3:23

मिन्नतों से मिला है तू, तुझे खुद में समाना चाहूँ,
फितरत है तू मेरी , और तुझ संग हीं जीना चाहूँ ।

तसव्वुर में सही पर तुझपे पूरा हक तो है मेरा,
सुबह तुझ संग उठना और शाम में डूबना चाहूँ ।

सितारे बस में नहीं मेरे, मैं हीं कदमों में बिछ जाऊं।
मैं तो बस तेरे लबों की हर मुस्कान बनना चाहूँ ।

ज़िन्दगी के हर मोड़ पर साथ हमारा मुकर्रर रहे ,
जब भी नज़रे मिले वस्ल याद कर मुस्कुराना चाहूं ।

-


Fetching Nishat Usmani Quotes