Nishant Nayan   (--- ( नि§häňţ ) ---)
783 Followers · 54 Following

" कि डोर से बाँधकर
मुझको अपने इश्क़ की
वो अपनी पहचान
अलग बनाने लगें हैं । "
Joined 8 February 2019


" कि डोर से बाँधकर
मुझको अपने इश्क़ की
वो अपनी पहचान
अलग बनाने लगें हैं । "
Joined 8 February 2019
24 FEB 2024 AT 8:14

मैं तेरे जिक्र में भी नही,
देख तू मुझे आज भी,
लब्ज-लब्ज याद है ।

-


2 JUL 2023 AT 12:19

तिल तिल कर
उनकी यादों की किताब से ।

-


2 JUL 2023 AT 12:11

कि बांध पांऊ उनको
उकेर कर
इन आरी तिरछी
लकीरो मे

-


1 JUL 2023 AT 10:14

उनके हर किरदार से

-


29 JUN 2023 AT 22:45

कि ढल रही ये सांझ,
शायद मुझे ये चाँद दे जाए ।

-


29 JUN 2023 AT 22:16

सुना है
उसमे कुछ भी नही मेरे अक्स सा,
बस आईने में मुझसा नज़र आता हैं ।

-


29 JUN 2023 AT 22:05

हम मिले थे उनसे,
कह के कि ये आखिरी मुलाकात है ।
देखिए सितम उनकी,
उनसे अब हर रोज मुलाकात है ।

-


29 JUN 2023 AT 21:57

सुना है,
खोये हो लोग तो,
कई बार मिल भी जाते है,
तलाश करता रहा हू मै,
खुद की यू भटक कर ।

-


6 NOV 2022 AT 10:45

यूँ टुकड़ो में मुस्कुराना
किसे अच्छा लगता हैं ।

-


6 NOV 2022 AT 10:29

नाव छोटी हैं,
मोहब्बत की,
जीवन,
नदी सा रास्ता ।

-


Fetching Nishant Nayan Quotes