Humne to poori shiddat se sambhalna chaha tha,
Magar unhone todne ki saari hadein paar kar di-
रोज रात को निकल पड़ता हूं अल्फाजों की ... read more
There are missing some colours in my life
That's why I don't like festival of colours
HAPPY HOLI-
Rang birange rang ude Aaj fir fijaon me
Kuchh toote hue Dil Jude aati jati raahon me
Ynha Kaisha nazara tha Holi ka, humme kya pta
Hum Ek baar fir mashroof rahe kitabon ki baahon me-
अच्छा चल देता हूं साथ तुम्हारे,सिर्फ तुम्हारे कहने पर
लिख देता हूं चार पंक्तियां,सिर्फ तुम्हारे कहने पर
होने को तो एक library है तुम्हारे साथ बिताए लम्हों की
फिर भी रख लेता हूं एक और लम्हा सिर्फ तुम्हारे कहने पर।-
हमने ये सोचकर भी उनसे निगाहें चुरा ली
की कहीं ये निगाहें उनपर ठहर ना जाएं-
मैं चाहे जितना मुस्कुरा लूं मेरे खुदा
मेरे अंदर का शख्स रोता बहुत है।-
रोज डूबते है सूरज चांद कल वापिस आने को
और लोग कहते है,कल कभी नही आता ।-
किसी दिन तो ठहरेगी उसकी निगाहें मुझ पर
जिस एक शख्स का दीदार मैं मुसलसल करता हूं।-
लकीरें हाथों की कुछ बताती नही
आंखे कोई ख्वाब अच्छा दिखाती नही
एक खेल चल रहा है मेरे और जिंदगी के बीच
जिसमें जिंदगी खिलाती तो है मगर जिताती नही-