कभी स्याही बन इस कलम की
इन पन्नों पर ज़रा बिखर सी जाना
लिखूं जब मैं दास्तान कोई
तुम उसका एक हिस्सा बन जाना
जब आए काली अंधियारी निशा कोई
तुम चढ़ते सूरज की किरण बन जाना
अनंत शून्य में सोचूं मैं जब
तुम मीठी सी याद बन जाना //
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आपकी उमर बीत जायेगी मेरी हकीकत समझने में 😁
To cat... read more
Life is tougher when you are
cheerful enthusiastic person
in the morning
And a lifeless overthinker at night-
Those who overlove are undervalued
So let's learn to love in moderation — % &-
इस भागती जिंदगी में .. सुकून के चंद लम्हे बता दो
मुझे पूरा आसमां नहीं .. सिर्फ वो दाग वाला चांद ही दिला दो-
मेरी फिक्र अब कुछ लाज़मी सी है
जिंदगी कई अनचाहे मोड़ ले रही है
मम्मी पापा की उम्र अब तेज़ी से बढ़ रही है
शरीर थक रहा है , बीमारियां जकड़ रही हैं
जहन में अब जिम्मेदारियां घर कर रही हैं
लोगों की बातें मुझ पर कुछ ज्यादा असर कर रही हैं
नींद कम और आंखों में सपने ज्यादा हैं
कामयाबी हासिल करने का खुद से ही वादा है
आदतों में आए .. नए नए बदलाव हैं
क्या सही है क्या गलत ..अनकहा सा ये सवाल है
इन सब में कहीं खुद को ही न खो दूं
इस बात का डर भी अब कुछ लगा सा है ।।-
तेरी यादें .. बहुत सता रही हैं
आज इनपे ताला लगा दूं क्या ??
ये आँखें रो-रो कर थक गई हैं
इनमें तेरी एक तस्वीर बसा लूं क्या ??
ये किस्सा लिखते लिखते स्याही ही खत्म हो गई
इस किस्से को ही अपनी जिंदगी बना लूं क्या ??
पूरा दिन निकल गया तेरे ख्यालों में
ये रात.. ये सर्द रात यादों की आगोश में गुजार दूं क्या ??-
उन्हे लगा अश्क ही तो है.. धीरे धीरे सूख जाएंगे
उन्हे क्या मालूम .. ये आँखें तो दरिया हैं .. सैलाब लायेंगे ।।-
जिन होठों को तुमने सिल दिया था
दिल का दर्द बताने से पहले
आज एक बार फिर से सोचना
उनपे लाल रंग लगाने से पहले !!
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नम हैं आंखे और टूटे है कई सपने
दर्द बांटें भी तो किससे
खंजर लिए बैठे है सारे अपने ।।-