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क्या अंत क्या आरंभ...
जहां शिव वहां सब शून्य ।। शिव।।
Papa की बिटिया..... read more
कहा हैं पता उनका,
जिन्हें खोया हैं हमनें...
क्यों सितारा हमारी दुनियां का,
एक तारा बन दूर आसमां में जा बैठा हैं...
कोई बताएं हमें,
आसमां की दुरी तो तय कर आए हैं हम,
आख़िर कब ये तारों को तोड़ ला पाएंगे हम....
तो महज इतना भी बता दे कोई,
ये टूटते तारों से कैसे जा मिले हम...?
कि जिन्हें खोया हैं हमने,
उन्हें कैसे जोड़ पाएंगे हम...?-
I have my own star, Which shine always.
while it is raining.
#father's⭐day-
बड़ी से बड़ी गलती वो एक पल में माफ़ कर देती हैं।
ये जो माँ होती हैं ना, बहुत भोली होती हैं।-
Dear friend,
you are my friend, that is enough to remove all your mistakes.— % &-
आसमान के तारे भी, हमें नहीं बताते हैं
जिन्हें हमने खोया हैं, उन्हें कहां छुपा रखा हैं।-
सत्य शिवा हैं,
मोह तो बस माया हैं।
काल का घेरा है जो,
कल्याण कर्मा हैं।
पाप और पुण्य का अंतर तो,
चैतन्य की अबोधता हैं।
स्वयं की सौम्यता ही,
शक्ति की अग्निपरिक्षा हैं।
संयम से परे समय भी नहीं,
असत्य तो बस छलावा हैं।-