Nirbhay Goyal   ("नीर_नादान")
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Joined 21 January 2017


Joined 21 January 2017
29 MAR AT 19:13

एक टूटे हुए काँच की क़िस्मत का नज़ारा,
जिससे इश्क़ किया उसे ख़ुद में उसका,
एक पल सबसे बेहतरीन अक्स दिखाकर,
अगले ही पल उंगलियों में घाव दे दिया।

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25 MAR AT 14:54

रंग अब हल्के से लगते हैं,
पकवान सारे अब फीके से लगते हैं,
होली के सतरंग अब बदरंगे से लगते हैं,
अपनों संग जिनमें सुकून घुला होता है,
अपने शहर, अपने घर, अपने गांव, अपनों से दूर,
अकेले वो त्यौहार अब गमगीन से लगते हैं।

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6 MAR AT 19:46

स्वार्थ को हकीकत और,
चाटुकारिता को अकीदत समझने लगा है।

बदलती दुनिया में भी,
दूसरो से प्यार ही हकीकत है और,
सच की आवाज़ ही अकीदत है ।

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11 FEB AT 3:35

उदासी में बैठकर, खामोशी को ओढ़कर,
सर्द हवा से पथराए होठों पर,आए तीखे दर्द में,
यह याद आया कि,
वो उदासियां अब याद नहीं,
वो खामोशियां अब याद नहीं,
वो रंजिश क्यों हुई, वो दूरी क्यों बढ़ी,
वो जो सपने थे वो कहां गए ?
वो जो फितरत में गर्मी थी,
जिससे सर्दियों की ठिठुरन में भी होठों में नरमी थी ।

वो सब जो अब बीता हुआ कल है,
एक आ रही है पीढ़ी, जो उसका आज बनेगा,
वो सब अब बस यादों में रह गया है,
और
कमबख्त वो यादें अब याद नहीं ।

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2 JAN AT 11:14

कुदरत का अजीब खेल है,

ज़िंदगी जितनी खुश दिखती है, उतनी खुश होती नही है,
मुश्किल जितनी आसान लगती है, उतनी आसान होती नही है,
मंज़िल जितनी नज़दीक दिखती है, उतनी नज़दीक होती नही है,
मिर्च जितनी तीखी दिखती है, उतनी तीखी वो होती नही है,
इंसान जितना खुदगर्ज दिखता है, उससे ज्यादा ही होता है,
इसलिए,
लोगों में अच्छाई, पानी में परछाई की असलियत,
बस एक छोटे से तिनके से बाहर आ जाती है ।

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22 DEC 2023 AT 1:17

मुद्दतें बिताई,
मन्नतें और मिन्नतें मनाई,
इश्क़ की आरज़ू में उम्र माशूक के फ़िक्र में गवाई,
किसी ने कहीं दूर इस दिल की आवाज़ सुनी,
ज़िंदगी ने एक नई कहानी बुनी, और,

जिस इश्क़ को उम्र भर माशूक में ढूंढा,
ज़िंदगी ने वो इश्क मुझे मेरे बेटे में लाकर दिया।

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16 DEC 2023 AT 0:47

गुज़र रही है ज़िंदगी,
कभी डरा कर, झकझोर कर,
नींद से जगा देती है,
कभी खुशियों की मीठी थपकी देकर,
गहरी नींद में सुलाती रहती है ।

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22 NOV 2023 AT 22:48

वो जो खुली आंखों के सपने थे,
जिन्होंने रातों को आंखें ना बन्द होने दी,
उन सपनों को बन्द आंखों से दिखाकर,
रात मेरा उधार चुकता कर ।

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10 NOV 2023 AT 20:29

जब इन्सान उन लोगों से जुड़ता है,
जो रिश्तों को, जिन्दगी को, खूबसूरत बनाते हैं,
तब उसके पास,
प्यार, सुकून और मक़सद,
सब वहीं उसके साथ होता है ।

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27 OCT 2023 AT 23:43

वो कहते हैं कुछ लोग कि इतना लाड़ ना दो,
ये लड़के बेमतलब बिगड़ जाएंगे,
उन बेमरुव्वतो से पूछो,
ज़िंदगी का नाम सुना है, इसकी एक करवट से,
ये लड़के उम्र से पहले संभल जाएंगे।

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