तुम्हारे कहे हुए
शब्द अंतस में
बह रहे हैं
मेरे
टकराते हैं
दिल में उफ़ान मार रही
लहरों से
लुढ़क कर
विलीन हो जाते हैं
मन की गहराईयों में
आसान नहीं होता
मेरे लिए
विलीन होते हुए क्षण को
पकड़ लेना..!-
Nirankar Narain Pandey
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Joined 21 February 2019
22 MAR 2022 AT 0:30
8 JAN 2022 AT 12:35
हो तिमिर कितना भी गहरा
रोशनी पर लाख पहरा
सूर्य को उगना पड़ेगा, सूर्य को उगना पड़ेगा...-
8 JAN 2022 AT 4:09
जहाँ से शुरु किया था सफर
फिर वहीं खड़े हो गए,
अजनबी थे...लो फिर
अजनबी बना दिए तुम...!!🥺-
7 JAN 2022 AT 18:32
कोई किसी के बिना नहीं मरता,
सब आदत की बात है...
तुम्हारी छूट गई है हमारी भी छूट जायेगी....!!-
9 DEC 2021 AT 1:04
“काश वो भी पास आए और गले लगाकर कहे,
ख़ुश तो मैं भी नहीं हूँ तुम्हारे बिना।”-
27 NOV 2021 AT 18:56
थोड़ी मुहब्बत तो
उसे भी हुई होगी मुझसे,
इतना वक्त सिर्फ दिल तोड़ने के लिए
कौन बर्बाद करता है...-
27 NOV 2021 AT 17:34
कुछ जख्मों की कोई उम्र नहीं होती..
ताउम्र साथ चलते हैं जिस्म के खाक होने तक...!!-
27 NOV 2021 AT 0:18
इतना धीरे-धीरे रिश्ता खत्म हुआ,
बहुत दिनों तक लगा भी नहीं, मैं बिछड़ चुका हूं।🙂-
26 AUG 2021 AT 13:36
20 JUL 2021 AT 23:41
मैं कई दफा चूल्हे के आगे से भूखा उठा हूं ..
ऐ रोटी अपना पता बता मुझे ,जहां तू बरबाद होती है💔-