सुनो साहिब
अब की बार आप खत लिखना
आपकी लिखावट से हम पढ़
लेंगे आपका मन
शब्दों से दोस्ती है हमारी
और जब आप स्याही से
हमारा नाम लिखेंगे तो
यकीनन वो हमें महसूस होगा
कितना सुकून देगा ना
जब आपके लिखे खत को
हम छू पाएंगे
वो एक अलग सा ही एहसास होगा
आपके पास होने का एहसास होगा
एक एक शब्दों को जोड़ कर
आप जब अल्फ़ाज़ मे पिरो कर
लिखेंगे तो उन अल्फ़ाज़ को
पढ़ते वक्त हम आपको महसूस कर लेंगे
यूहीं तो लोग नही कहते कि
अल्फ़ाज़ रूह को छू जाते है
और आप से तो हमें रूहानी इश्क़ है साहिब-
Niraj Kumar Sinha
(✍️ निरज कुमार सिन्हा ✍️_)
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🌹पहचान क्या होती है 🌷दुनिया को हम बताएंगे🌻
बिना नाम आए थे🌼 पर बिना नाम किए नहीं जाएंगे... read more
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Joined 25 September 2021
21 JUN AT 8:29
30 MAY AT 0:26
आसानी से टूट जाऊँ वो इंसान थोड़ी हूँ,
सबको पसंद आ जाऊँ भगवान थोड़ी हूँ.. :)-
30 MAY AT 0:17
तुम इसलिए भी अंत तक मेरे साथ रहना,
तुम्हें एक दिन मेरी कामयाबी देखनी है..!!❤️🩹-
23 MAY AT 12:53
मैंने स्वमं को वहां से संभाला है
जहां से संभावनाएं भी मेरे पक्ष में नहीं थी..
और यही मेरा गर्व है न कि अहंकार !-
17 MAY AT 23:33
"शिकायतों" का हर पन्ना संभाल रखा था हमने,
उसने गले लगा कर किताब ही बंद कर दी.....!✍🏻💝-
16 MAY AT 19:19
अब सोचने समझने का समय समाप्त हुआ वैरागी
अब जो होगा वो नियति है और जो नहीं होगा वो नियति है..
🫣-
19 APR AT 23:38
जो औरते कमाने नहीं जाती
वो खुद को ही खर्च कर देती है, अपनो पर...💖-
3 FEB AT 20:09
मोहब्बत है कि नफरत है, मुझे तू इतना समझा दे, 🥺
कभी मैं दिल से लड़ता हूँ कभी दिल मुझ से लड़ता है ।-