आसमां देख रहा है उसके हौसले को टूटते हुए
फ़िर भी वो मौन है उसको देखते हुए ✍️🤍
— नीलू सिंह-
मेरी सारी अच्छाइयों को मेरी एक ग़लती ने
इस दुनिया से मुझे अलविदा करा दिया ✍️🤍-
करुणा के सागर हो तुम ममता के भंडार हो
हे श्याम तुम ही मेरे जीवन का आधार हो ✍️❤️
— नीलू सिंह
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रंगों में इश्क़ है तेरे इस छुअन में
मदहोशी का आलम है ,
कौन कहता है इस इश्क़ में कौन
यहां घायल नहीं है ,
— नीलू सिंह
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हर एक जिंदगी अपने सफ़र में सफ़र कर रही है
ये किसको ख़बर है जिंदगी कैसे बसर कर रही है
✍️🤍
— नीलू सिंह-
तुम भूल गए मोहे क्या हम याद नहीं तोहे
सपने में बोले थे तुम आवोगे क्या वो बात
याद नहीं तोहे
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ख्यालों को खंगाल कर मैने ख़ूब देखा
तन्हा रास्तों में वो ख़्याल किसका था
वो अपना था या सच में बेशक बेगाना
ख्वाबों का खाली वो मकान किसका था
आसान न था उस गली से मेरा गुजरना
उस जमीं का मालिकाना हक़ किसका था
कमबख्त ये निगाहें अक्सर धोखा खा जाती है
वरना इन नजारों पर यक़ीन किसका था
चलो अब हम भी अलविदा करते हैं तुमको
वरना उस अदावत का इंतज़ार किसका था
— नीलू सिंह
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हम तेरे प्रेम में ख़ुद को भूल गए
तुम इश्क़ हो हमारी इससे ज़्यादा
कुछ याद नहीं
तुम यू ना छोड़ो मुझे इस ज़माने में
तेरे सिवा इस दिल को कुछ गवारा नहीं
—नीलू सिंह
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आंखों में बड़ी ख्वाइश थी तेरी इबादत की
कुछ तो रहम फरमाते
क्या है पैमाना तुम्हारे मालिक होने की
कुछ तो नज़र फरमाते
— नीलू सिंह
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