जो बीता है, जो छूटा है,
क्यों याद कर उसे तू अब भी रूठा है?
चल उठ देख नज़र फिरा कर,
अंधेरे को चीर नया सवेरा लौटा है🌞-
मेरा चांद
कह रहा मेरा चांद तारे गिन कर,
बीती है ये रात तुमसे मिल कर..
काश कह पाता मै ये उससे कि,
रात है आंखों में ठहर सी जाती..
जब तेरे होने भर से मेरे ,
दिल की धड़कने है थम सी जाती.!-
कुछ उसने कहा,
कुछ हमने कहा..
सुना हम दोनों ने,
पर समझ ना आया किसी ने.!-
तुम आए तो गुरूर आया,
ज़िन्दगी में अलग सा सुरूर आया..
ख़्वाब तो थे ना जाने किस हूर के,
पर तेरी दोस्ती है वो,
जिससे ज़िन्दगी में नूर आया.!-
यूं हंस के दर्द ना छुपाया करो गालिब,
दुनिया में वैसे ही दो चहरे वालों की कमी नहीं.!!-
तुम आए, संग उम्मीद लाए
अंधेरी सी सुनी ज़िन्दगी में
ख़्वाबों की नई रौशनी लाए..
मिले ना थे बिछड़ने को,
थामा था हाथ, साथ चलने को..
अब जो चल दिए हैं तो
ठहरना नहीं किसी मंज़िल पर,
क्यूंकि सफ़र ही है असली मंज़िल
ये मायना भी संग तुम ही लाए..
चलता रहे ये कारवां,
नई सुबह चाहे कैसी भी खबर लाए..
बस यूंही चले अपनी ये यारियां,
ज़िन्दगी में चाहे कितने ही
ख़ास या आम लोग आए..-
खाते हैं कसमें लोग साथ जीने मरने की..
मोहब्बत तो तब है,
जब जाने दिया जाए उसे
उसकी ख़ुशी के लिए बिना उफ़ किए भी..-
तेरी ज़िन्दगी की हर सांस का असर कुछ इतना गहरा है,
कि तेरे हर उस चाहने वाले की दुआओं के कर्ज़ का पहरा है.!-
मीलों चले थे जो,
डाले हाथों में हाथ..
आज गवारा नहीं उन्हें,
एक दूसरे का साथ.!-
जब सब कुछ था और जब कुछ ना था,
तब भी तू था..
जब कुछ ना होगा फ़िर भी सब कुछ होगा,
क्यूंकि तब भी तू होगा.!!-