सब्र के कड़वे घूंट पी रहा हूँ।बेशक जिंदगी के मिठास छिन रहे है।पर शहद जैसी भविष्य के विश्वास दे रहे है। -
सब्र के कड़वे घूंट पी रहा हूँ।बेशक जिंदगी के मिठास छिन रहे है।पर शहद जैसी भविष्य के विश्वास दे रहे है।
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अब लिखा नही जा रहा अल्फ़ाज मुझसे मेरी स्याही आँसुओ संग बह गई ।जज्बात सुन नोख भी टूट कर गिर पड़ा।ऐसी रही कहानी मेरी।सुख रहे है समंदर के पानी मेरी। -
अब लिखा नही जा रहा अल्फ़ाज मुझसे मेरी स्याही आँसुओ संग बह गई ।जज्बात सुन नोख भी टूट कर गिर पड़ा।ऐसी रही कहानी मेरी।सुख रहे है समंदर के पानी मेरी।
जमीं से कोई सिकायत नही.. पर चाहत जरूर है आसमां तक जाने की। -
जमीं से कोई सिकायत नही.. पर चाहत जरूर है आसमां तक जाने की।
समझ नही आता ये दिल है या खेल का मैदानलोग आते है, खेलते है चले जाते है। -
समझ नही आता ये दिल है या खेल का मैदानलोग आते है, खेलते है चले जाते है।
वो मुझे हर कीमत पर चाहिएजिसे कोई मुफ्त में ले जाने वाला है। -
वो मुझे हर कीमत पर चाहिएजिसे कोई मुफ्त में ले जाने वाला है।
ये ढाई लफ्ज का बोझ दो लोग मिलकर नही उठा पाए। -
ये ढाई लफ्ज का बोझ दो लोग मिलकर नही उठा पाए।
नाराज है। पर यह भी राज है।। -
नाराज है। पर यह भी राज है।।
खुशनसीबी उनकी जिनकी मर्ज पहचानती है दुनिया..बाकी मुस्कुराने वालो की तो खैर छोड़िए.... -
खुशनसीबी उनकी जिनकी मर्ज पहचानती है दुनिया..बाकी मुस्कुराने वालो की तो खैर छोड़िए....
दिल मेरा अपनी हदें लाँघ रही है,भगवान से फिर तुझे मांग रही है। -
दिल मेरा अपनी हदें लाँघ रही है,भगवान से फिर तुझे मांग रही है।
होंगे कुछ अवगुण महात्मा (गांधी जी) में ..उनके कोई एक गुण तुम में हो तो बात करो...😎 -
होंगे कुछ अवगुण महात्मा (गांधी जी) में ..उनके कोई एक गुण तुम में हो तो बात करो...😎