"भ्रम को मैं सच मानता हूं,
जब से तुमको जानता हूं,
जितनी दफ़ा देखूं तुम्हें,
लगे सदियों से जानता हूं।
कहने को है बातें कई,
कैसे हो मुलाकातें नई,
सपनो में भी जागता हूं,
गुज़री ऐसी रातें कई।
साथ तुम तो मैं मुक्कमल,
वरना हालातों का दलदल,
पार कर जाऊंगा दरिया,
शुमार करके अपना हर पल।
जानूं ना क्या चाहता हूं,
तुमको हर पल मांगता हूं,
खुदा को नहीं देखा मगर,
तुमको मैं रब मानता हूं।"-
Keep Exploring With WORDS.
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क्या मैं कहूं तुमको
शायद ये बात आख़िरी हो,
जो हो रही है अभी
शायद मुलाकात आख़िरी हो।
तुमसे मिलकर मैं ख़ुद को जान पाता हूं
अपनी हसरतों को मैं पहचान पाता हूं,
खो जाता हुं मैं तुम्हारी बातों में कभी
खयालों से हक़ीक़त मे न लौट पाता हुं।
किस्सों कहानियों मे ये ज़िक्र हुआ होगा
जब दिल ने दिल को दिल से छुआ होगा,
वक्त भी रुका होगा एक पल के लिए
जाने उस वक्त क्या-क्या हुआ होगा।
बिछड़ कर शायद मैं तस्वीर बन जाऊं
या मैं कोई मज़हबी तहरीर बन जाऊं,
है हक़ीक़त के मैं सबको ना गवारा हुं,
अगले जनम भली तक़दीर बन जाऊं।-
"तुम"
तुम शीश झुकाए चलती हो,
तुम शिखर पर अखरती हो,
तुम बातें सबकी सुना करो,
तुम विचारो मे ही पलती हो।
तुम सूर्य से पूर्व ढलती हो,
तुम हवा से तेज़ चलती हो,
तुम बातें कम ही किया करो,
तुम बहुत ज़ोर से हंसती हो।
तुम उत्तेजना की कीमत हो,
तुम संवेदना की सीरत हो,
तुम गैर हो तो हो खिलौना,
तुम किस्सों मे ही कीरत हो।
सोच बदल ना पाए हम, बदलन चले संसार।
संस्कार की छवि दिखाता, है सबका व्यव्हार।।-
मंज़िल तक की राह कठिन है,
कोशिश करना सब मुमकिन है,
बाधाओं को पुष्प समझना,
चलना तुमको हर एक दिन है।-
"किसने कितना जाना है,
सबको एक दिन जाना है,
जो मिल गया वो मिट्टी है,
जो मिला नही खज़ाना है।"-
"कसती है दुनिया ताने तो कसने दे,
तू अपने ख़्वाबों का शहर बसने दे,
हौसलों से कोशिशों की हिम्मत बढ़ा,
अपनी मेहनत को इतिहास रचने दे।"-
कुछ बातें... ✍🏻
"कुछ बातें दिल में रही जब तक,
कश्ती साहिल पर रही तब तक,
जूझता रहा अंतर्मन में,
शब्दों की कमी रही जब तक।
आँखों से कुछ कहता कैसे,
बिन बोले भी रहता कैसे,
सागर जितनी मेरी बातें,
ख़त में सबकुछ लिखता कैसे।
दूर से देख जब मुस्कुराता हूँ,
हक़ीक़त में नही जी पाता हूँ,
ख़ामोश हूँ मग़र ख़्वाबों में,
हद से आगे बढ़ जाता हूँ।"-
जीना सीख
"हर पल खुलकर जीना है,
खुशियां और कहीं ना है,
औरों की सुनना छोड़ दे,
तू खुदमे एक नगीना है।
तुझे ना मिलने का गिला भी है,
जो चाहिए था वो मिला भी है,
रहता है सुकून से झोपड़ी मे,
और ख्वाहिशों का किला भी है।
जीवन से क्या डरना है,
पहले जीना फ़िर मरना है,
कोशिशों का दामन थामे रख,
हर आँखों मे यहाँ सपना है।"-
"Trying to grasp the world of mine,
Always unable to hold the time,
My soul shouted from inside,
Shift attention from fake shine."-
मंज़िलें आसान नही है,
पैरों के निशान नही है।
आरंभ शून्य से करना है,
नज़रों में सम्मान नही है।-