वो शायर ही कैसा जिस पर सवाल ना हो
ओर वो मोहब्बत ही कैसी जिस पर बवाल ना हो।।-
follow inst id - alfajo ka karwa
लिहाज़ मेरे आशुओ का इन बे-मौसम बरसने वाले बादलों ने भी किया हैं
वरना आसू और बादल आसानी से बरसते नहीं !!-
कुछ मेरी अल्फाजो की ज़ुबानी
मेरी आंखो से ये बहता पानी .....
इस मतलबी दुनियां में मेरे
बेमतलब रिश्तों की ये सब मेहरबानी । ।-
अक्सर लिखती हू मैं अपने जज़्बात
ओर लोग कहते है- वाह!! क्या बात,, क्या बात...-
ना- समझी की उम्र में, हमने समझदारी से काम लिया है ...
घर की जिमेदारियो को मैंने बेटे की तरह साम्भ लिया है !!-
गजब है तेरी दुनियादारी , गजब ये तमाशा....
चार दिन की जिंदगी ओर इम्तिहान बे-तहाशा!!-
तुम मुझे यू अधूरा छोड़ कर जाओगे
सच बताओ क्या तुम कभी पूरे हो पाओगे ।।-
'इज्जत'
हम से राज बेवफाई का ना पूछो सनम !!
ना जानें ! कितने कसमें वादे तोड़े है ,
इस झूठी शान के लिए .....-
नफ़रत .......
मेरी खामोशी की वजह अगर तुम हो तो
मुझे बे– वजह मुस्कुराना पसंद है।।-