रखा है मैंने उसके दिये हर जख्म हर दर्द को संभाल के "
उनसे मेरा एक दिल संभाला ना गया "-
आज गुजरे हम उस गली से वो पुराना जमाना याद आ गया
मुझे देख कर वो उसका छत पर आ जाना याद आ गया"
मै ना देखु तो मुझे देखते जाना देख लु तो नजरे चुराना याद आ गया"
कहा नही कभी उसने कुछ मगर उसकी आँखो मे नजर आता था शायद वो भी मुझे चाहता था"
दिल्लगी से वो भी घबराता था शायद इजहार करना भी चाहता था"
इससे पहले की इश्क़ हमे अपनी उंगलियों पे नचाता , सही गलत कुछ हमे समझ ना आता"
इश्क़ छोड़ कर जिम्मेदारी उठाना याद आ गया"
आज गुजरे हम उस गली से वो पुराना जमाना याद आ गया-
गिर कर खुद उठने वाले दुबारा नही गिरते...
एक बार जो खो देते है हमे..
हम उन्हें दुबारा नही मिलते..-
मुबारक हो तुम्हे ये महफ़िल हम तन्हाइयों मे अच्छे हैं
तुम कहते हो बुरे है हम,तो चलो मान लिया,
हम बुरे ही अच्छे है-
हजारो बैठे है महफ़िल मे राधे पर ये आँखे तुझे ही देखना चाहती है।
यू तो अधूरा रहा मिलन हमारा, पर दीवाने आज भी राधे हम तेरे कहलाते है।-
उनकी जुल्फे चेहरे पे ना आये तो अच्छा होगा।
वो मिलने गैरों से ना जाये तो अच्छा होगा।
यु तो बदनाम थे हम पहले ही उनके नाम से यारों मे
वो ये ख्वाब सच कर जाये तो अच्छा होगा।-
चालाकियां देखने के लिए,
हम उनके झूठ में भी हामी भरते हैं।
सब पता है हमे हम नजर अंदाज करते है।-
एक तेरे दर पे आते ही सुकून मिलता हैं भोले।
वरना लोगो ने तो उलझन मे ही फँसाया हैं।-
बड़ी दूर हम नंगे पाव जिनके पीछे भागे हैं।
उनकी आँखे कह रही हैं वो किसी और के लिए रातों को जागे हैं।-
आ जाये अगर चुनने की बारी मेरे यार सारी दुनिया छोड़ कर मैं तुझे चुनना चाहुंगा।
सारी दुनिया कहे गलत तुझे फिर भी मैं तुझे सच्चा मानुगा।-