कितना अजीब है ना
दिसंबर और जनवरी का रिश्ता
जैसे पुरानी यादों और नए वादों का किस्सा
दोनों काफी नाजुक हैं, दोनों में गहराई है
दोनों वक्त के राही हैं, दोनों ने ठोकर खाई है,
यूं तो दोनों का है, वहीं चहरा वहीं रंग
उतनी ही तारीखें उतनी ही ठंड
पर पहचान अलग है दोनों की
अलग है अंदाज और अलग है ढंग
एक अंत है, एक शुरुआत
जैसे रात से सुबह, सुबह से रात
एक में याद है दूसरे में आस
एक को है तजुर्बा, दूसरे को है विश्वास..!!-
Sun Kar dekho mere Dil ke dhadkan
Pta chal jaiga ke wo ha... read more
Apni Muskurahat Ko Aap Zara
Qaabu Mein Rakhiye,
Dil-e-Nadaan Kahi Is Par Shaheed
Na Ho Jaye.-
Chalo Mohabbat ko
Thoda sawar lete hai,
Thoda pyar tum kar lo
Thoda ham kar lete hai..!-
खुशियां कम और अरमान बहुत है
जिसे भी देखो परेशान बहुत है
करीब से देखा तो निकला रेत का घर,
मगर दूर से इसकी शान बहुत है।
कहते हैं सच का कोई मुकाबला नहीं,
मगर आज झूठ की पहचान बहुत है।
मुश्किल से मिलता है शहर में आदमी,
यूं तो कहने को इंसान बहुत है।-
"न आंखों से छलकते हैं
न कागज पर उतरते
हैं,,,,,
कुछ दर्द ऐसे भी होते
हैं जो बस भीतर ही पलते
हैं....!!-
दीपों का ये त्योहार,
लाया खुशियां हजार,
मुबारक हो आप सभी को,
दिपावली का त्योहार.!!-
शाम तक सुबह की नजरों से उतर जाते हैं
इतने समझोतो पर जीते हैं कि मर जाते हैं
फिर वही हाल फिर वही मुकद्दर है अपना
नशे कैसे भी हो कुछ दिन में उतर जाते हैं..!-
सोचा था आज कुछ तेरे सिवा सोचूं,
तब से सोच में हूं कि और क्या सोचूं.-
Tum mere ho
Shirf mere rahna
Tum par kise ka haq to Kya
Mujhe najar bhi bardesh nhi..!❤️-