कभी बातें होंगी, कभी ख़ामोशी होगी,
कभी बिन जवाब के सवालों की बारिशें होंगी,
कभी अज़्माइशें होंगी, कभी हिदायते होंगी
कभी हमारी भी मुलाकातें होंगी,
कभी बातें होंगी, कभी...
मेरी हर कहानी के किस्से में तेरी आदतें होंगी,
मेरी हर गुफ्तगू की शुरुआत तेरे नाम से होगी,
कभी मैं रहूंगी, कभी मेरी परछाई होगी,
तेरी मोहब्बत में हर बार मेरी मीठी सी आज़माइशें होंगी,
कभी बातें होंगी, कभी...
कभी बिन मांगी ख्वाहिशों के बोझ की नींद होगी,
कभी सिर्फ तेरी ही चाहतें होंगी,
कभी एक थाली में खाने की सुकून भरी ज़िन्दगी होगी,
कभी तीखी-मीठी नोकझोक की फुलझड़ी होगी,
कभी बातें होंगी, कभी...
कभी मोहब्बतें-ए-बात सिर्फ निगाहों से होगी,
कभी बिन कहे ही तुम्हे खुद समझनी होगी,
मेरी आरज़ू, हर दुआ तेरे नाम होगी,
हमारे बीच कभी बातें होंगी, कभी ख़ामोशी होगी...॥
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