कुछ लोगों ने रिश्तों को भी किराए का कमरा समझा...जरूरत जब छत की थी तो आसरा था और जब तक मतलब था ,तब तक रिश्ता था।
- Nikhil Nigam
21 DEC 2021 AT 11:08
कुछ लोगों ने रिश्तों को भी किराए का कमरा समझा...जरूरत जब छत की थी तो आसरा था और जब तक मतलब था ,तब तक रिश्ता था।
- Nikhil Nigam