कहीं गुम हो से गए थे
कुछ को भुल से गए थे
कुछ दूरियां सा था
कुछ मजबूरियों सा था
हां हम खो से गए थे
कुछ भूल से गए थे
आज याद आया है वह
याद आया है वह हमें
ए जिंदगी फिर लौट आए हैं
हा कहीं गुम हो से गए थे!!!!
-
बदलती राहो के हम मुसाफिर;
किस राह को चले हम ये भुल;
जाना हमे नहीं उस राह;
जिस राह को हमे तुम ना मिले;
भुल किस राह को चले हम!!!
-
मंजिल को खुद से दूर देख
थक के हम यू बैठ गए हैं;
थक के हम यू ही रुक गए हैं;
पर ये नहीं कि हम हमेशा के लिए रुक गए;
चाहे जितना भी वक्त लगे;
मंजिल मिले बिना रुकेंगे नहीं!!!
-
खुद को भुल हम यू आगे बढ़ चले थे;
खुद को भुल हम यू आगे बढ़ चले थे;
जब खुद को पिछे मुर कर देखा तो ;
कही हम खुद को खोह चले थे;
जब खुद से मिला तो ये जाना;
पहले खुद से तो मिल बाकि तो यूं ही;
मिल जाना है!!!!
-
लोगो को हम तब याद आते हैं;
जब उन्हें हमारी जरुरत होती हैं
चलो ये भी अच्छा हैं ;
कम से कम जरूरत में;
वो हमे याद तो करते हैं!!!
-
ना तो लफ्जो का समझ;
ना ही अल्फाजो का ज्ञान;
सिर्फ ख़ुद पे कर यकिन;
यूं ही कुछ ना कुछ लिख जाता हूं मै;
दिल की अधुरी बाते लिख जाता हूं मै;;;
-
कल तक हम इतिहास को काल्पनिक रुप से
देखा और पढा करते थें;
आज हम खुद इतिहास को बनता देखेगे;
राम लला का दरबार अयोध्या में बनता देखेगे;
500 वार्ष का वनवास ख़त्म होता देखेगे;
आज हम इतिहास खुद बनता देखेगे;
हम अब नया हिन्दुस्तान देखेंगे!!!
-
कुछ अलग सी है ये दुनियां;
ना मेरा रंग चढा और ना हीं तुमारा चड़ेगा;
इस पर तो बस ख़ुद का ही रंग चड़ेगा;
आज तो आसमान पर तो ये गुलाबी रंग ही चडेगा!!!
-
दिल की भाराश न निकाल देना;
जो वर्षों से दबे थे सीने में;
उन अल्फजो को बाहार निकाल देना;
अपने आरज़ू यू ही बह जाने देना;
दूसरे को भुल खुद को आगे बढ़ जाने देना;
हां तुम खुद को पहले ही बता देना!!!!
-
दिल को इंतजार है;
तेरे से मिलने को बेकरार है;
अब ये इंतजार मुलाकात में;
कब बदलेगी इस बात का करार हैं;
इस दिल को तुमसे मिलने का इतजार हैं!!!-