आज बताना हैं तुम्हें कि सच में तुम कितनी ख़ूबसूरत हो,
शायद मेरी ही नहीं तुम ना जाने कितनो की चाहत हो,
यकीन ना हो तो देखना ख़ुद को एक दफा आईने में,
तुम्हें तुमसे ख़ूबसूरत कोई नज़र नहीं आएगा,
तुम्हारी बातें जिन्हें मैं सुन कर दिन रात गुज़ार सकता हूँ,
तुम्हारी हंसी जिसे मैं देखकर अपना हर दर्द मिटा सकता हूँ,
तुम्हारी आँखे जिन्हें देखकर उनमें डूबने का दिल करता हैं,
तुम्हें पता हो या ना पता हो पर पता होना चाहिए,
कि कोई हैं जो तुम्हारी ख़ुशी पर तुमसे ज्यादा ख़ुश होता हैं,
मैं तुम्हारा वो पसंददीदा गाना बनना चाहता हूँ,
जिसे तुम अपने ख़ूबसूरत होंठों से गुनगुनाती हो,
मैं तुम्हारा वो हमसफ़र बनना चाहता हूँ,
जिसे तुम अपने दिल का हर राज़ बताना चाहती हो,
-