"एक दिन ऐसा होगा मिल जाएगे हम
और बिछड़ने का दिन तो तय होता ही है..!!-
"मेरी माँ ने हमेशा मुझे समझाया है कि कभी किसी से उसकी प्रिय चीज नहीं छीनते है उसे दुःख होता है
कभी कभी मुझे लगता है कि काश! ईश्वर की भी माँ होती..-
"रोया मैं परदेश में भीगा माँ का प्यार
दुःख ने दुःख से बात की बिन चिट्ठी बिन तार..!!
निदा फाजली~-
"जब मैं हारकर अपनी तकलीफो से... ये पूछती हूँ कि ऐसा क्यों.. मेरे साथ ही ऐसा क्यों
तब एक जबाव की तब्बजो होती है और.. और वो जबाव कहीं से नहीं मिलता.. कभी नहीं मिलता..!!-
"पता है सबसे ज्यादा तकलीफ कब होती है
जब कोई बहुत खास छोड़कर जा रहा हो और वो आपको अलविदा कहने का भी मौका न दे..!!-
"इस इतवार की सफाई में हमने छुपा दिया है उस डायरी को जिसमे हर इतवार हम तेरा जिकर् किया करते थे..!!
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"यहाँ किसी को भी कुछ हस्ब-ए-आरजू न मिला
किसी को हम नहीं मिले और हम को तू न मिला..
~जफर इकबाल-
"मैं हर रोज खुद से कहती हूँ कि उसे भूल जाऊगी
कमबख्त यही बात हर रोज भूल जाती हूँ..!!-