लाख मर्जी दिये जल जायेंगे उनके घर में
लेकिन सच कहता हूँ साहब तो
असली रोशनी मेरे आने से ही होगी।
निकेश ठाकुर शांगरी ✍️-
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जिम्मेदारी
माँ बाप की उँगली पकड़कर
चलते चलते साल बीत गये
देखते ही देखते
न जाने हम कब
जवान जो गये।
चल रहा हूँ
मैं खुद की राह बनाकर
सपने घर वालों के साथ लेकर।
न जाने इन मुश्किल राहों में,
न जाने कितनी बार फिसला हूँ
न जाने कितनी बार फिसल के
छोटी मोटी चोटों को मैंने सहा है
न जाने कितने दर्द को भी छिपाना पड़ता है।
जिंदगी के उस पड़ाव पर पहुंचे हैं
जहाँ परिवार का सोचना पड़ता है
इतनी आसान नहीं मेरी जिंदगी
जितनी मैं बनायें रखता हूँ।
हर आँसू मैं हँसी
के साथ छिपाये रखता हूँ।
साहब लड़का हूँ..
घर वालों की जिम्मेदारियां
कांधे पर उठाये रखता हूँ ।-
ये सांवली सी रगंत,
सादा सा हुलिया, ये मासुमियत
ये उदास आँखे,ये मासूम सा चेहरा।
हमसे कोई जो दिल लगाये
तो आखिर क्यों लगाये????-
अनुभव कहता है कि लोगों को इस बात से कोई मतलब नहीं रहता है कि आप कितने खुश हो या कितने दुःखी हो।उन्हे बस फर्क पड़ता है कि आप उन्हें कितना खुश रखते हो।
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मुझसे बिछड़ने वाले तुझसे एक सवाल है
चल अच्छी बात हैं तु बिछड़ी, मुझसे दूर हुई,
तु कहती हैं कि तुझे भुला दूँ, चल भुला लेता हूँ।
मुझे जाते जाते ये तो बता दे, तेरे साथ बिता समय कैसे भूल सकता हूँ, जाते जाते मुझे ये तो बता दें
फोन में ये जो तस्वीरें हैं इनका मैं अब क्या करूँ?-
दिल से टूटे मन से हारे।
खुशी से अच्छे आँसू हैं प्यारे।
"वो ही इंसान दूर हो गया,
जो कभी कहा करता था कि छोड़ कर नहीं जाऊंगा। "-
अपनी Look🙂 से अच्छा रहेगा की Book📒 पर ध्यान दिया जाये। आपकी छवि आपके व्यवहार पर निर्भर करती हैं, इसलिए इस पड़ाव पर बुक पर ज्यादा फोकस होना चाहिए।
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क्या बोलू क्या नहीं..प्यार की परिभाषा....
मैथ का एक रुल हैं कि दो में से एक निकालो तो
एक ही बचता हैं। पर मोहब्बत का उसूल यह हैं।
कि दो इंसान में से यदि एक इंसान निकल जाता हैं।
तो कुछ नही बचता हैं।
मैं दो लाईन कह कर आप के उपर सबकुछ छोड़ता हूँ
नींद न आये तो सो भी जाया करो।
नींद न आये तो सो भी जाया करो।।
यू रातो को जगने से मोहब्बत लौटा नही करती।।।
पर उसका उल्टा सोचे तो मोहब्बत
लौट पर कमबख्त नींद भी कहा आती हैं।-
इलज़ाम भी पता था अंजाम भी पता था,
प्यार करने से भी डर लगता था
फिर आपके प्यार पर विश्वास भी था ।
ऐसा भी क्या गुन्हा हुआ, आँखों में अश्क,
दिल में दर्द, जिंदगी विरान सी हो गयी ।
_alfaz_23-
दुनिया का दस्तूर है ये,
जिसे टूट कर चाहोगे ,
वही तोड़ कर जाएगा I-