क्या अजीब है ये जिंदगी.जितना जिम्मेदारियों से दबे हो उतना दबती हैजिम्मेदारियों से उभरतेता उम्र बीत जाती है.... -
क्या अजीब है ये जिंदगी.जितना जिम्मेदारियों से दबे हो उतना दबती हैजिम्मेदारियों से उभरतेता उम्र बीत जाती है....
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जब इरादा किया काम करने कातो आलस का किसानो में भरम नही..हौसला हैं काम होगा और जरूर होगावकत इतना भी कम नहीं... -
जब इरादा किया काम करने कातो आलस का किसानो में भरम नही..हौसला हैं काम होगा और जरूर होगावकत इतना भी कम नहीं...
विजुनाना के हाथ मैं बेग दुनिया के लिए था पर हर खिलाड़ी के लिये उस बेग मैं खुशी थी.टी शर्ट, बॉल खिलाड़ी हर जरूरत की चीजकिसी भी चीज के लिये नहीं किया माना. ऐसे थे.. हम सब के विजु नाना... -
विजुनाना के हाथ मैं बेग दुनिया के लिए था पर हर खिलाड़ी के लिये उस बेग मैं खुशी थी.टी शर्ट, बॉल खिलाड़ी हर जरूरत की चीजकिसी भी चीज के लिये नहीं किया माना. ऐसे थे.. हम सब के विजु नाना...
मतलबी लोग मतलब तक साथ रहते.. जितना खुशी पल दिये नही रहते...ता-उम्र के लिए उनके ग़म दिल मैं पड़े रहते... -
मतलबी लोग मतलब तक साथ रहते.. जितना खुशी पल दिये नही रहते...ता-उम्र के लिए उनके ग़म दिल मैं पड़े रहते...
ये सितम अगर ना होता.. परायों के बीच मैं कभी खड़ा ना होता..अपनों ने अपने के बीच मुझे पराया किया ना होता... -
ये सितम अगर ना होता.. परायों के बीच मैं कभी खड़ा ना होता..अपनों ने अपने के बीच मुझे पराया किया ना होता...
हर आशिक कहे प्यार बडा रिस्क है.. ये रिस्क मैं छुपा इश्क हैं.. अधूरा प्यार ही मुक्कमल इश्क हैं... -
हर आशिक कहे प्यार बडा रिस्क है.. ये रिस्क मैं छुपा इश्क हैं.. अधूरा प्यार ही मुक्कमल इश्क हैं...
ये तो खुदा का हैं आदेश..गलती से ना किसी को पहुंचे ठेस..जो समझे तुम्हारे दुख तकलीफ हर ले तुम्हारी पीड़ा.. ये हैं दोस्ती का संदेह... -
ये तो खुदा का हैं आदेश..गलती से ना किसी को पहुंचे ठेस..जो समझे तुम्हारे दुख तकलीफ हर ले तुम्हारी पीड़ा.. ये हैं दोस्ती का संदेह...
बचपन की यादे, जो गुजारे पल..अब कहाँ आएंगे वो पल..ख्वाब हो गए... -
बचपन की यादे, जो गुजारे पल..अब कहाँ आएंगे वो पल..ख्वाब हो गए...
जिंदगी बिना स्याही की कलम हो गई हैं ..जितना अच्छे लम्हेलिखने की कोशिश करते रहो ...कलम लिखती नहीं.. -
जिंदगी बिना स्याही की कलम हो गई हैं ..जितना अच्छे लम्हेलिखने की कोशिश करते रहो ...कलम लिखती नहीं..
लॉक डाउन दो तक तकलीफ थी.सरकार ने कहा था..अब तो तकलीफ की आदत हो गई. 3'4'5'6 पूरे साल कितना भी लागू करो.. -
लॉक डाउन दो तक तकलीफ थी.सरकार ने कहा था..अब तो तकलीफ की आदत हो गई. 3'4'5'6 पूरे साल कितना भी लागू करो..