तुम्हारी कही हर एक बात किसी मोती की तरह एक धागे में पिरोता रहा हु मै,
समाज को स्वीकार्य नहीं फिर भी तुम्हारे लिए सबसे लड़ता रहा हु मै..।
और यूं तो मेरी मुहब्बत को अंधेरा में रख उजागर कर दिखाती रही हो तुम,
सच बतलाओ मेरी कमी या सफेदपोश समाज की असलियत दिखाती रही हो तुम..।-
यूं ठहरे तो बहोत है मगर आगे जरूर बढ़ जायेंगे,
मुस्कील बहोत है मगर वक्त ही तो है आगे जरूर निकल जायेंगे..।।-
जिंदगी ने कुछ ऐसा मोड़ लिया
ना तुम मेरी हो पाई ना मैं किसी और का हो पाया।।-
उनकी यादें मेरी यादों से हो के गुजरती है,
इश्क़ की राह पे टकरार हर बार होती है..,
यूं तो उनकी बातें मुझे हर बार तन्हा कर जाति है,,
मगर ना जाने उनकी एक दीदार पर ये दिल धड़क सी क्यों जाती है...।
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वक्त ने भी आज कुछ ऐसा खेल रचा,
कल तक जो मेरा था आज वो मेरा ना रहा।-
परछाई कद से और बातें औकात से बढ़ने लगे,
तो समझ लीजिएगा की सूरज डूबने वाला है...-
तेरी सांसे मेरी सांसों में घुल सी जाती है
किसी इत्र सी तेरी खुशबू मुझे मेहका सी जाती है,
ओर जनता हूं तुम मेरी नहीं हो सकती,
पर तेरा दीदार मेरे दिल को हर बार धड़का सी जाती है|-
हर मोड़ पे बिखर जाऊं, ये तुने ठानी है,
ए जिंदगी थोड़ा रुक, अभी मैंने हार कहा मानी है,
अभी तो तुने सिर्फ पंख देखी है, मेरी उड़ान अभी बाकी है..।-
पता नही गले मिल लोग कैसे झूल जाते है,
थोड़ा दूर जाते ही कुछ लोग भूल जाते है-
तेरे पहलू में बैठ के दो - चार बातें करने से ये दिल नहीं भरता
नजर भर के जब तक तुझे देख ना लू तेरी पनाहो में जब तक खो ना जाऊं तब तक ये दिल नहीं भरता है।।।
यूं तो ये निगाहें देखती है ना जाने कितनो को लेकिन जब तक तेरी नज़रे ना मिले मेरी नजरों से तब तक ये दिल नहीं भरता।।
जानता हूं तेरी आश्की है सिर्फ मेरे लिए लेकिन जब तक तेरी लबो से ना सुन लू तब तक ये दिल नहीं भरता...।।।-