आंखो मे काजल के तरह तुम बस गये
हर ख्याब मे मेरे वो हंस गये
नजरो से उतरे तो दिल धडकने लगे
कसम से वो मेरी जान बन गये💜-
दीप जलाओ
हरिवंश राय बच्चन
अंधियारा जिसमे डूबी हुयी दिशायें
जिसमे सारी सृष्टि सोई हुयी है
उस अंधियारे मे ज्योति जलाओ
दीप जलाओ,दीप जलाओ
अपने भीतर के तम को हर लो
मन मे आशा की लौ को धर लो
हर दुःख भुला दो अब तुम
सुख के स्वर मे गीत गाओ
दीप जलाओ,दीप जलाओ-
दीपो का उत्सव लाये उजियारा
मिटे जीवन मे हर अधियारा
हर दीप मे छिपा विश्वास
खुशियो से भर दे हर दिल का आकाश
मुस्कानो से सजे हर दॄ।र
सौभाग्य लाये ये त्योहार
प्रेम अपनापन और रौशनी की लडी
यही है असली दीपावली की घडी
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त्योहार की शान बढाती है रंग बिरगी मिठाईयां
जिसकी खुशबू से खिल जाता है हर एक अंग-
समय कभी ठहरता नही बस रुप बदलता है
जो आज आइना है कल तश्वीर हो जायेगा
उम्र का सफर यही सिखाता है.....
हर पडाव को जी लो क्योकि ठहराव केवल यादो को मिलता है
उम्र का हर पडाव किताब का नया पन्ना होता है-
धनतेरस लाये खुशियो की बहार
बरसे धन झिलमिलाये हर दॄ।र
सोना चाॅदी से बढकर है ये त्यौहार
प्यार और समृदॄ का है ये उपहार
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पहले काम जरुरी क्योंकि सपने भी तभी सच होते है
जब मेहनत हकीकत बनकर रास्तो पर चलती है-
राहे देखते देखते इंन्तेहा हो गयी
कभी तो यूंही देखा था
फिर निगाहे ठहर गयी
वक्त रुक सा गया
हम सोचते रह गये....कि कुछ कह देगे
खामोशियां बोलती रही कहानी अधूरी रह गयी
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