✿Nidhi Dwivedi✿   ("Me" Nidhi...)
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Joined 19 August 2019


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16 AUG AT 22:31

भावविभोर छवि, मन मोह जाती है,
कृष्ण का रास देख, स्वांस स्वयं आती है...
होता चित्त प्रसन्न, हर दुविधा हट जाती है,
श्याम नाम से, हर बाधा मिट जाती है...

मुरली की तान जब, कानों में समाती है,
राधा संग प्रीत, मधुर गाथा सुनाती है...
माखन चुराने की कहानी, मन भाती है
गोपी संग लीला, सारे जग को सुहाती है...

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8 AUG AT 23:17

मेरे कुछ कहने से पहले, वो मेरी हर बात समझ जाता है,
है मुझसे ज़िद्दी, मगर मेरी ख्वाहिशें पलकों पर सकता है...
हमेशा समझता है मुझको, और गलत होने पे समझाता है,
वो भाई है मेरा, जो हर कदम पर मेरा साथ निभाता है....

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31 JUL AT 21:22

तेरे अल्फ़ाज़ों की रौशनी में, दिल मयस्सर हो चला है,
कभी है होशों-हवास में, तो कभी बेख़बर हो चला है...
तेरी ख़ामोशी भी अब साज़ सी लगती है मुझे,
तेरी दिली कुर्बत में "निधि", मन शायर हो चला है...

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21 JUL AT 23:02

प्रकट होते हैं साक्षात शिव, अंतर्मन जब होता ध्यान,
सत्य रूप सुन्दर स्वरूप, हर स्वास बसे जिनका बखान...
जिनकी कृपा से ही जग चमके, जो हैं स्वयं करुणानिधान,
हर कण में जो वास करे, वो त्रिनेत्रधारी अद्भुत महान...

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17 JUL AT 21:05

कहीं लोग गुम, तो कहीं गुमनाम हुए बैठे हैं,
सोचते हुए महबूब को, सुबहो-शाम हुए बैठे हैं...
कहते हैं, मोहब्बत है एक उलझी कश्ती,
और भूल अपनी ही कहावत, मस्त-ए-मुदाम हुए बैठे हैं...

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10 JUL AT 22:49

कुछ सब्र बाकी ज़िंदगी का,
शब्द में ही रह गया...
कुछ रहा मलाल कोशिशों में,
कुछ ख़्वाइशों में खो गया...

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4 JUL AT 22:14

उन हँसती हुई गलियों में अब खुद से निकलना है,
हर ख़ामोशी के पीछे छुपी, उस ख़्वाहिश को समझना है...
बहुत हुआ शिकवा, किसी दिन, किसी मोड़ का,
अब उलझे शब्दों से नहीं, सुलझी उम्मीदों से चलना है...

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24 JUN AT 23:35

दिलकश राहें मोहब्बत की बेशुमार सी लगती हैं,
जो गुज़रो इनकी गलियों से तो बहार सी लगती हैं...
सोचो गर मन में तो ख्वाब सी लगती हैं,
जग-ज़ाहिर होश हवास में भी खुमार सी लगती हैं...
जिंदगी के अनसुलझे सवालों की जवाब सी लगती हैं,
गवाहों की महफ़िल में खुली किताब सी लगती हैं...
ये नूर मोहब्बत की रुहानियत का है जनाब,
जो उलझे हुए ख्यालों में भी तैयार सी लगती हैं...

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7 JAN 2022 AT 21:23

जबसे लगकर गले उनके यूं करार आया है...
ख्वाबों में लगता है जैसे उनका ही खुमार आया है...
बातों ही बातों में यूं ऐसी हुई मोहब्बत उनसे
लगता है जैसे नाम उनका ही दिल में बेशुमार आया है...

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1 JAN 2022 AT 9:58

साथी साथ तुम्हारा हमारा यूंही बरकरार रहे...
जो सपना संजोया था साथ हमने वो हमेशा साकार रहे...
है ख्वाइश हर नया दिन खास हो हमारे लिए
है दुआ दिल से कि हर पल सबका यादगार रहे...

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